Gorakhpur News: पूर्वोत्तर रेलवे के लगभग 190 समपार फाटकों (Crossing gates) को पूरी तरह से व्यवस्थित करने के लिए रेल मंत्रालय (Ministry of railways) ने आम बजट में 217 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. इसमें कुछ पर ओवरब्रिज या आरओबी और अधिकतर पर सीमित ऊंचाई के पुल या अंडरपास बनाए जाएंगे. दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने और खर्चों में कमी लाने के लिए रेलवे के समपार फाटक धीरे-धीरे व्यवस्थित किए जा रहे हैं.
नकहा जंगल क्रॉसिंग पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के लिए 10 लाख रुपए और मिले हैं. जिससे ओवरब्रिज का कार्य तेजी से हो पाएगा. यहां क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज ना होने की वजह से ट्रैफिक की समस्या बनी रहती है, जिसके कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में यहां ओवरब्रिज को लेकर काफी दिनों से मांग की जा रही थी. ओवरब्रिज के लिए राज्य सरकार लगातार धन आवंटित कर रही है, नकहा ओवरब्रिज के बन जाने से हजारों लोगों का आवागमन आसान हो जाएगा.
रेलवे ने सभी फाटकों पर गेटमैन की तैनाती कर दी है. आने वाले दिनों में रेलवे अंडर पास और ओवरब्रिज बनाकर क्रॉसिंग को स्थाई रूप से बंद कर देगा. मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर कई बार बड़ी घटना हो जाने पर रेलवे बोर्ड ने समपार फाटकों को व्यवस्थित करने का निर्णय लिया था, जिसपर अब तेजी से कार्य चल रहा है.
वहीं, रेल मंत्रालय ने एनिमल क्रॉसिंग को बनाने के लिए अतिरिक्त धन की व्यवस्था आम बजट में की है, जिससे वाराणसी, लखनऊ और इज्जतनगर मंडल की 501अनमैन्ड रेलवे क्रॉसिंग पर पूर्व सैनिक रखने के लिए 3 करोड़ 50 लाख रुपए मिले हैं. पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि, मानव युक्त लेवल क्रॉसिंग को बंद किया जा रहा है. चरणबद्ध तरीके से रोड ओवरब्रिज व रोड अंडर ब्रिज बनाया जा रहा है. इसके लिए आम बजट में पर्याप्त धनराशि मिली है. वर्ष 2022 में भी 87 समपार फाटकों को बंद किया गया है.
रिपोर्ट– कुमार प्रदीप, गोरखपुर