Kanpur News: कानपुर में बीते शुक्रवार को ई-बस के चालक को लात मारने और बस में मौजूद सवारी से खींचतान करने के आरोपित ट्रैफिक हेड कॉन्स्टेबल को बर्खास्त कर दिया गया है. हेड कॉन्स्टेबल का ई-बस के चालक से अभद्रता करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वीडियो वायरल होने के बाद कार्यवाहक डीसीपी ट्रैफिक बीबीजीटीएस मूर्ति ने घटना की विभागीय जांच कराने के बाद आरोपित हेड कॉन्स्टेबल पर कार्रवाई की है.
बता दें कि 20 मई को सोशल मीडिया में ट्रैफिक विभाग के हेड कॉन्स्टेबल का ई-बस चालक से अभद्रता और लात मारने का वीडियो वायरल हुआ था. वायरल वीडियो में हेडकॉन्स्टेबल भुवनेश कुमार बस में मौजूद कंडक्टर के गिरहबान पकड़कर उसे बाहर घसीट रहा था. इसी दौरान बस चालक नीरज कुमार उसका वीडियो बनाने लगा तो गुस्साए हेड कॉन्स्टेबल ने लात मार दी. इससे चालक का मोबाइल सड़क पर गिर गया. यह पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस मामले में डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति ने विभागीय जांच कराई थी. विभागीय जांच में हेड कांस्टेबल भुवनेश बाबू को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया गया.
डीसीपी के मुताबिक, उसने बयान दर्ज कराने के दौरान खुद ही कबूल किया कि वायरल वीडियो में वही मौजूद था. उसने अपनी गलती भी स्वीकार कर ली. इसके बाद डीसीपी ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ श्रेणी के पुलिस अधिकारियों की (दण्ड एवं अपील) नियमावली-1991 के नियम नियम 8(2) (ख) में निहित प्राविधानों के अनुसार तत्काल प्रभाव हेड कांस्टेबल को बर्खास्त कर दिया. इसके साथ ही मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है.
कानपुर में ट्रैफिक हेडकॉन्स्टेबल की दबंगई का वीडियो सोशल मीडिया में शुक्रवार को वायरल हुआ था. वायरल वीडियो में ट्रैफिक सिपाही ई बस के कंडक्टर को पीटते हुए नजर आ रहा है. दरअसल, आरोप है कि ई बस के कंडक्टर ने ट्रैफिक सिपाही से किराया मांग लिया तो हेड कॉन्स्टेबल भुवनेश बाबू ने धमकी देते हुए कहा, ‘जानते हो कौन हैं हम, मुझसे रुपए मांग रहे हो. फिर गाली-गलौच की और कंडक्टर के साथ मारपीट की और वर्दी भी फाड़ दी.
यही नहीं जब ड्राइवर ने वीडियो बनाने का प्रयास किया तो उसे भी लात मारी. वीडियो बनाने पर गोल चौराहे पर बस से उतार कर जमकर पीटा भी. वहीं, जब मामले की जानकारी कार्यवाहक DCP ट्रैफिक बीबीजीटीएस मूर्ति को हुई तो उन्होंने तत्काल आरोपी कांस्टेबल को संस्पेड कर दिया था. हालांकि, जांच के बाद आरोपित हेडकॉन्स्टेबल ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. इसके बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी