vikas dubey news: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के मारने वाले हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे को खोज रही पुलिस को अब तक सबसे बड़ा सुराग मिला है. ऐसी सूचना है कि उसको घटना के बाद से पहली बार हरियाणा में फरीदाबाद के बड़खल चौक पर स्थित एक होटल में देखा गया है. बताया जा रहा है कि विकास फरीदाबाद में रहने वाले अपने एक परिचित की मदद से दिल्ली की कोर्ट में समर्पण करने की तैयारी में था.
एसटीएफ और हरियाणा पुलिस को मंगलवार शाम इस बारे में भनक लगी लेकिन इन टीमों के पहुंचने से पहले एक बार फिर विकास दुबे का नेटवर्क भारी पड़ गया और वह वहां से फरार हो गया. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस छापेमारी के बाद दो लोगों को हिरासत में ले लिया गया. इन दोनों से पूछताछ की जा रही है. ऐसा भी कहा जा रहा है कि ये दोनों लोग विकास दुबे के ही साथी हैं. पुलिस को आशंका है कि होटल में विकास दुबे भी मौजूद था.
Haryana: Two persons have been detained in Faridabad in connection to the Kanpur (Uttar Pradesh) encounter in which 8 police personnel lost their lives. pic.twitter.com/3Wp1Xoe9RT
— ANI (@ANI) July 7, 2020
सूत्रों की माने तो यूपी के चर्चित और कुख्यात अपराधी विकास दुबे और दो गुर्गों के होटल में होने का इनपुट था. इसी इनपुट पर यह बड़ी छापेमारी हुई. .हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ कहने को तैयार नहीं है. गौरतलब है कि आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में ढाई लाख के इनामी बदमाश विकाश दुबे और उसके साथियों का अब तक कोई ठोस सुराग नहीं लग सका है. पुलिस ने उनकी तलाश में 100 टीमें, 10 हजार जवान व एसटीएफ लगाने का दावा किया है, पर खास नतीजे नहीं मिले है.
उसे पकड़ने के लिए एसटीएफ और पुलिस की दर्जनों टीमें पांच दिन से लखनऊ, दिल्ली, राजस्थान और नेपाल सीमा पर छापेमारी कर रही थीं. फरीदाबाद के इस होटल में जब पुलिस अधिकारी पहुंचे तो होटल मैनेजर से पूछताछ करने के अलावा कुछ नहीं कर सके. पुलिस ने जांच के लिए रजिस्टर और सीसीटीवी के डीवीआर को कब्जे में ले लिया. गैंगस्टर विकास दुबे पर 60 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं. उसकी हर राजनीतिक दलों में कड़ी पैठ रही है. वह अपने किले जैसे घर में बैठकर बड़ी-बड़ी वारदातें करवा देता था.
कानपुर हत्याकांड की जांच कर रहे एसटीएफ के डीआईजी अनंत देव त्रिपाठी को सरकार ने हटाकर पीएसी भेज दिया है. हत्याकांड में शहीद हुए डीएसपी देवेंद्र का एक खत सामने आया था. यह पत्र तत्कालीन कानपुर एसएसपी अनंत देव को लिखा गया था. इसमें कहा गया था कि चौबेपुर के थानेदार विनय तिवारी, विकास दुबे को बचाने का काम कर रहे हैं और इन पर कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही चौबेपुर थाने में पोस्टेड सभी सब इंस्पेक्टर, कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल का पुलिस लाइंस में ट्रांसफर कर दिया गया है.
Posted By: Utpal kant