Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ अवधशिल्प ग्राम में तीन दिवसीय यूपी दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जन्म लेना हर भारतवासी के लिए गौरव की बात है. यूपी बाबा विश्वनाथ, भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण की जन्मभूमि है. उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों की विकास यात्रा में यूपी की पहचान बदली है. 2017 के पहले यूपी दंगों के प्रदेश के रूप में जाना जाता था. अब प्रदेश की पहचान एक्सपोर्ट प्रदेश के रूप में हो रही है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया के सभी विकसित देशों से आगे बढ़ सके, भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सके, इसके लिए काम कर रहा है. यूपी के लिए पीएम मोदी के सपनों को हकीकत में बदलना चाहिए. पीएम मोदी का दृष्टिकोण भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक में बदलना और यूपी को अपने विकास इंजन के रूप में काम करना है. हम यहां उसी सोच के साथ इकट्ठे हुए हैं.
सीएम योगी ने कहा कि देश के अंदर कोई भी अहम कालखंड रहा हो. वैदिक काल खंड से लेकर उपनिषद या पौराणिक काल खंड रहा हो. या फिर ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और आधुनिक भारत के निर्माण से जुड़ी कोई घटना हो, उत्तर प्रदेश उसका गवाह रहा है. ऐसी घटनाओं का साक्षी रहा है. उन घटनाओं का प्रतिनिधित्व करता रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माता के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के दुनिया के सबसे प्राचीन नगर और आध्यात्मिक नगरी के रूप में विख्यात काशी से देश की संसद में प्रतिनिधित्व करते हैं. यह हमारे लिए गौरव की बात है. सीएम योगी ने कहा कि आज जब हम देश की आजादी के अमृत महोत्सव को मना रहे हैं, तो हमें ध्यान आता है कि देश के प्रथम स्वतंत्रता समर का केंद्र भी उत्तर प्रदेश बना था. उन्होंने मेरठ में मंगल पांडे, झांसी में रानी लक्ष्मीबाई सहित अन्य प्रमुख क्रांतिकारियों का जिक्र किया.
सीएम योगी ने कहा कि हमारे पास सब कुछ है. लेकिन, उसको गौरव गरिमा के साथ आगे बढ़ाने के लिए जिस नेतृत्व और मार्गदर्शन की आवश्यकता थी, उसका अभाव भारत में दिखता था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन बातों की अनुभूति कराई और आज उत्तर प्रदेश एक बार फिर अंगड़ाई लेकर खड़ा है, आगे बढ़ रहा है और अपना स्थापना दिवस मना रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने यूपी के स्थापना दिवस के लिए पूर्व सरकार से बोला था. लेकिन, उन्होंने कुछ नहीं किया. इसके बाद यूपी में डबल इंजन की सरकार बनने पर 2018 में पहली बार यूपी दिवस की शुरुआत हुई. तब से हर वर्ष इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
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इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन के साथ 12 खिलाड़ियों को लक्ष्मण व रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड से सम्मानित किया. इनमें पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी आईएएस अफसर सुहास एलवाई, लखनऊ के हैंडबाल खिलाड़ी मोहित यादव, कानपुर की ज्योति शुक्ला सहित 12 को लक्ष्मण व रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड दिया गया. इसके अलावा 16 लोगों को विवेकानंद यूथ अवार्ड भी दिया गया. वहीं कॉमनवेल्थ गेम में पदक जीतने व प्रतिभाग करने वाले 14 खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया गया.