उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 से पहले कांग्रेस, सपा, बसपा, बीजेपी सहित सभी दलों ने सियासी गोटियां बिछानी शुरू कर दी है. मायावती की पार्टी बसपा की नजर यूपी में आरक्षित 86 सीटों पर है. बीएसपी ने इसको लेकर युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है. बसपा 2007 का परिणाम दोहराने को लेकर तैयारी कर रही है.
राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चा की मानें तो मायावती इस बार खुद इन 86 सीटों की रणनीति का काम देख रही है. पिछले दिनों बसपा सुप्रीमो ने सभी विधानसभा प्रभारियों के संग जीत को लेकर बैठक की. बताया जा रहा है कि बैठक में आरक्षित सीटों के अन्तर्गत आने वाले सवर्ण और पिछड़े वोटरों को साधने पर चर्चा हुई.
सूत्रों के मुताबिक इन 86 सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए सतीश चंद्र मिश्रा और उनकी पत्नी लगातार इलाकों में ब्राह्मण सम्मेलनों में भाग ले रही हैं. वहीं बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में उनके बेटे कपिल मिश्र भी युवाओं के बीच जनसंपर्क कर सकते हैं. इतना ही नहीं मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी चुनाव में सक्रिय हो गए हैं.
बता दें कि 2017 में इन 86 सीटों में से बहुजन समाज पार्टी को सिर्फ 2 सीटों पर जीत मिली थी. बीजेपी ने करीब 70 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि 2007 में इन 86 सीटों पर बीएसपी का परफॉर्मेंस बेहतर था. बसपा ने 2007 में 86 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसी साल मायावती ने अकेले दम पर यूपी में सरकार बनाई थी.
गौरतलब है कि इस बार बसपा से कई बड़े नेता पार्टी का दामन छोड़ सपा में शामिल हो चुके हैं. पिछले दिनों ही अंबेडकरनगर के दो कद्दावर नेता राम अचल राजभर व लालजी वर्मा ने बड़ी रैली कर सपा का दामन थामा था.
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