Mathura News: उत्तर प्रदेश की पुलिस की अव्यवस्था के चलते अपराधियों से पकड़ा गया माल अब थाने में भी सुरक्षित नहीं रहा है. पुलिस प्रशासन द्वारा बरामद माल की सही से देख रेख ना करने की वजह से माल खाने में मौजूद कुछ गांजा सड़ गया और कुछ गांजे को चूहों ने कुतर दिया.
इसके बाद कोर्ट में पुलिस ने गांजा सड़ने की रिपोर्ट पेश की और अपनी लापरवाही को चूहों के ऊपर डाल दिया. जिसके बाद कोर्ट में एडीजे सप्तम संजय चौधरी ने 26 नवंबर की तिथि साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए तय की है. वहीं दूसरी तरफ इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर हो रही है.
मिली जानकारी के अनुसार मथुरा जिले के हाईवे थाना और शेरगढ़ थाने में पुलिस को अपराधियों द्वारा काफी मात्रा में गांजा पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई थी. इस गांजे को सील कर और बोरों में बंद कर थाने के माल गोदाम में रखा जाता है. इस माल गोदाम की जिम्मेदारी संबंधित थाना प्रभारी व माल खाना मुहर्रिर की होती है लेकिन दोनों ने ही अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया. और उनकी लापरवाही के चलते माल खाने में रखा हुआ कीमती गांजा बर्बाद हो गया.
मथुरा हाईवे थाने में 195 किलो और शेरगढ़ थाने में 386 किलो गांजा काफी समय पहले बरामद किया गया था. गांजे को थाने के माल खाने में अव्यवस्थित तरीके से रख दिया. जिसकी वजह से गांजा पानी में भीग गया और उसके ऊपर उससे संबंधित मुकदमें की जो पर्ची रखी हुई थी वह भी पानी की वजह से धूल गई. इससे यह पता करना भी मुश्किल हो गया कि यह गांजा किस मुकदमे से संबंधित है. माल खाने के बोरों में रखे हुए गांजे को अधिकतर पानी ने खराब कर दिया. वहीं दूसरी तरफ चूहों ने बोरे और गांजे को काट लिया. ऐसे में जब कोर्ट में सुनवाई के दौरान गांजा लाने को कहा गया. तो बोरियां फटी होने के कारण पुलिस में भी असमर्थ दिख रही है. कोर्ट की जानकारी में यह बात आने पर इसकी जांच सीओ रिफाइनरी हर्षिता सिंह को दे दी.
कोर्ट द्वारा सीओ रिफाइनरी को जांच दी गई. इसके बाद सीओ रिफाइनरी ने जांच में बताया कि माल खाने में मौजूद गांजा पानी से खराब हुआ है. और जिन बोरों में गांजा भरा हुआ था उन्हें चूहों ने काट दिया है. जिसकी वजह से उसे कोर्ट में लाना मुश्किल हो रहा है. वहीं शेरगढ़ थाने से भी बिल्कुल यहीं रिपोर्ट कोर्ट में पेश की गई. भीगे हुए गांजे को और फटी हुई बोरी में रखे हुए गांजे को अब दूसरे बोरों में रखकर कोर्ट में साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा.
थाने के माल खाने में मौजूद जब्त किए गए माल की देखरेख की जिम्मेदारी थाना प्रभारी और हेड मोहर्रिर की होती है लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारी में लापरवाही बरती. जिसकी वजह से मथुरा हाईवे थाना और थाना शेरगढ़ का काफी गांजा बर्बाद हो गया. लेकिन पुलिस ने अपनी लापरवाही को छुपाते हुए यह सारी कारगुजारी चूहों के ऊपर डाल दी. हालांकि इस बात से पुलिस की काफी किरकिरी हो रही है.
रिपोर्ट- राघवेन्द्र गहलोत