Bareilly News: नगर निकाय चुनाव (UP Nagar Nikay Chunav) का आरक्षण तय नहीं हुआ है, लेकिन भाजपा में बरेली मेयर सीट से चुनाव लड़ने वालों की लंबी लाइन लग रही है. मेयर पद के लिए दर्जन भर से अधिक दावेदार मैदान में आ चुके हैं. इसमें कई ने आवेदन कर दिया है, तो कुछ आवेदन करने की तैयारी में हैं. हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पार्टी नेताओं को आवेदन न करने की बात कही थी.
चौधरी का कहना था कि, बूथ स्तर पर चुनाव की तैयारी करें, लेकिन आवेदनों का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है. सपा, बसपा और कांग्रेस के आवेदकों को आरक्षण तय होने का इंतजार है. इसीलिए विपक्षी पार्टियों के आवेदक खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं.
केंद्र और प्रदेश में सत्ता संभालने वाली भाजपा का टिकट दावेदार जीत का सर्टिफिकेट मान रहे हैं. इसीलिए यहां दावेदारों की लंबी भीड़ लगी है. बसपा के टिकट पर 2012 में बिथरी चैनपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले डॉक्टर एमएल मौर्य ने आवेदन किया है. उनके फ्लेक्स और पोस्टर शहर में काफी पहले ही लग चुके हैं. वह 2017 के चुनाव में भाजपा में शामिल हो गए थे.इसके बाद से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं.
उनका नाम ओबीसी का आरक्षण होने पर काफी मजबूत माना जा रहा है. इसके साथ ही एक निजी अस्पताल के संचालक एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विनोद पगरानी ने भी आवेदन किया है. व्यापारी कल्याण बोर्ड के सदस्य पवन अरोड़ा भी मेयर बनने के इच्छुक हैं. वह भी पहले बसपा में थे. वह भी टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन टिकट नहीं मिला. इसके बाद 2017 के चुनाव में भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने भी आवेदन किया है. बरेली में वर्तमान में डॉक्टर उमेश गौतम भाजपा के मेयर हैं.
नगर निकाय 2017 के चुनाव में अक्टूबर में आरक्षण के साथ ही मतदाता सूची का काम पूरा हो गया था, लेकिन इस बार अभी तक कुछ नहीं हुआ है. इससे साफ है कि नगर निकाय चुनाव दिसंबर और जनवरी में होंगे. उससे पहले महापौर व वार्डों का आरक्षण तय हो जाएगा.
बरेली नगर निकाय चुनाव को लेकर 16 अक्टूबर को प्रमुख बैठक होगी. इसमें चुनाव प्रभारी, सह प्रभारी और संयोजक के साथ ही अन्य पदाधिकारी भी शामिल होंगे. महापौर व वार्डों में पार्षद पद के लिए विस्तृत डेटा उनके सामने रखा जाएगा. इसमें सभी प्रमुख नेता शामिल होंगे.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद, बरेली