राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा सोमवार से अयोध्या के कारसेवकपुरम में पांच दिवसीय अखिल भारतीय शारीरिक अभ्यास वर्ग का आयोजन किया जा रहा है. गौरतलब है कि हर पांच साल में आयोजित होने वाला संघ का यह सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम, जिसमें आरएसएस के स्वयंसेवकों को राष्ट्रवाद और भारतीय संस्कृति के प्रचार के साथ-साथ स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, इस बार लंबे समय के बाद नागपुर के बाहर आयोजित किया जा रहा है. अयोध्या में हो रहे इस कार्यक्रम को ख़ास इसलिये भी माना जा रहा है क्यूंकि उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं.
कारसेवकपुरम में जुटेंगे संघ के वरिष्ठ: अयोध्या में स्थित कारसेवकपुरम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पांच दिवसीय अखिल भारतीय शारीरिक अभ्यास वर्ग के लिए इन दिनों एक सैन्य छावनी जैसा प्रतीत हो रहा है. सोमवार से आरम्भ हुए इस आयोजन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी पहुंचेंगे. प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मोहन भागवत मंगलवार को अयोध्या पहुंचेंगे और तीन दिन प्रवास करेंगे.
संघ द्वारा हर पांचवें वर्ष आयोजित किया जाने वाला यह सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसमें आरएसएस के स्वयंसेवकों को राष्ट्रवाद, भारतीय संस्कृति का प्रचार करने और जनता के बीच ऐसे अन्य मुद्दों के साथ स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षित और प्रशिक्षित किया जाता है. संघ के महासचिव दत्तात्रेय होसबले, वरिष्ठ पदाधिकारी भैयाजी जोशी और 45 प्रांतीय इकाइयों के अन्य पदाधिकारी इस कार्यक्रम में होने वाली बैठक में भाग ले रहे हैं. उनमें से ज्यादातर पदाधिकारी पहले ही अयोध्या पहुंच चुके हैं और कारसेवकपुरम में प्रवास कर रहे हैं, इस कार्यक्रम में देश भर से संघ के लगभग 500 स्वयंसेवक शामिल हो रहे हैं.
इस बाबत संघ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर प्रभात खबर को बताया है कि संघ अपने स्वयंसेवकों को यह संदेश देना चाहता है कि उत्तर प्रदेश उसके लिए कितना महत्वपूर्ण है, अगले वर्ष के आरम्भ में इस महत्वपूर्ण राज्य में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. राम मंदिर का निर्माण भी चल रहा है, इसके अलावा अन्य कई बिंदु हैं जिन पर चर्चा होनी सुनिश्चित है.
संघ के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इस पंच दिवसीय सम्मेलन में 2025 में अयोध्या में ही अपने शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन करने की घोषणा होने की पूरी संभावना है. विदित है कि संघ वर्ष 1925 में दशहरा के दिन नागपुर में अस्तित्व में आया था। 100 वर्ष पूर्ण होने के उपरान्त अयोध्या को ही केंद्रबिंदु मानते हुए यहाँ शताब्दी समारोह करवाये जाने की योजना को इस कार्यक्रम में अमली जामा पहनाया जायेगा.
राम मंदिर निर्माण समिति की भी बैठक आज से शुरू: इसी बीच अयोध्या में सोमवार से ही राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक ऐसे समय में शुरू होगी, जब अखिल भारतीय शारीरिक अभ्यास वर्ग के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी अयोध्या में मौजूद रहेंगे. समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा सोमवार को बैठक की अध्यक्षता करने अयोध्या पहुँच चुके हैं और उनके द्वारा इन दो दिनों में कभी भी राम मंदिर निर्माण पर संघ प्रमुख के साथ अनौपचारिक चर्चा करने की भी संभावना है.
माना जा रहा है कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय संघ प्रमुख को अयोध्या में प्रस्तावित अन्य विकास परियोजनाओं से अवगत कराएंगे. ट्रस्ट ने मई 2024 में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव से पहले भक्तों के लिए राम मंदिर के गर्भगृह को खोलने के लिए दिसंबर 2023 की समय सीमा तय की है.
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रिपोर्ट : उत्पल पाठक