Sarkari Naukri, UP Election 2022: यूपी में सरकारी नौकरी (Sarkari Naukri 2021) की तलाश कर रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर है. यूपी की योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में 58 हजार 1 सौ 89 ग्राम पंचायतों के लिए बहाली निकाली है. जिसमें युवा पंचायत सहायक, एकाउंटेंट कम डाटा इंट्री आपरेटर की भर्ती के लिए अप्लाई कर सकते हैं. सबसे खास बात कि, अभ्यर्थियों के 10वीं और 12वीं में में आये अंकों के आधार पर नियुक्ति की जाएगी. यानी जिसकी मेरिट ज्यादा होगी उसकी नियुक्ति होगी.
बता दें, यूपी के पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बीते सोमवार को पंचायत सहायक और डाटा इंट्री ऑपरेटर के साथ एकाउंटेंट के पदों के लिए ग्राम पंचायतों में 58,189 नियुक्ति की बात कही थी. उन्होंने कहा है कि, नियुक्ति प्रक्रिया में ग्राम पंचायत के पदाधिकारी अपने परिजनों और रिश्तेदारों को शामिल नहीं कर सकेंगे. इसमें 18 से 40 साल की वर्ष के लोग आवेदन कर सकते हैं. वहीं, 30 जुलाई से चयन प्रक्रिया की शुरूआत होगी. और 10 सितंबर तक काम पूरी कर लिया जाएगा. यानी योग्य उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र दे दिए जाएंगे.
गौरतलब है कि, विधानसभा चुनाव 2022 से पहले योगी सरकार युवाओं के लिए बंपर बहाली निकाल रही है. योगी सरकार ने शिक्षित बेरोजगारों, महिलाओं और श्रमिक स्तर के लोगों को गांवों में ही रोजगार दोने की दिशा में काम कर रही है. इसी कड़ी में सरकार ने 58 हजार से ज्यादा युवाओं के लिए ग्राम पंचायतों में बंपर भर्तियां निकाली हैं. वहीं, खबर है कि, आने वाले समय में यूपी में मनरेगा के तहत पर्यवेक्षण के लिए 22 हजार से अधिक महिलाओं की नियुक्ति की जाएगी.
यह होगी चयन की प्रक्रिया: पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि ग्राम प्रधान की अध्यक्षता वाली प्रशासनिक समिति 10वीं और 12वीं पास उम्मीदवारों का चयन मेरिट के आधार पर करेगी. उन्होंने कहा कि, ग्राम पंचायत जिस जाति के लिए की आरक्षित होगी, उसी जाति का पंचायत सहायक होगा. पदों पर ग्राम पंचायत के लोग ही चयनित होंगे. यानी यदि ग्राम पंचायत में रहने वाले किसी व्यक्ति की कोरोना से मौत हो चुकी है और अगर उसका वारिस 10वी या 12वीं पास है तो और आरक्षण श्रेणी को पूरा करता है तो से में उसे वरीयता दी जाएगी.
बता दें, कोरोना से मरने वालों की आश्रितों में उसकी पत्नी या पति, बेटा, अविवाहित या विधवा बेटी, या जिसे वो अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है, वो आएंगे. लेकिन नियुक्ति में प्रधान अपने परिवार और रिश्तेदारों को पंचायत सहायकों के पद पर नहीं रख पाएंगे. बता दें, पंचायत सहायक की नियुक्ति कॉनट्रैक्ट बेसिस पर होगी. 1 साल की संविदा पर उन्हें नियुक्त किया जाएगा, लेकिन अगर इस एक साल में सेवाएं संतोषजनक नहीं पाई गई तो उन्हें हटा दिया जाएगा. इनपर कार्रवाई भी हो सकती है. वहीं काम संतोषजनक होने पर कॉनट्रैक्ट को रिन्यू किया जाएगा.
Posted by: Pritish Sahay