Bareilly News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का रिजल्ट आ चुका है. मगर इस रिजल्ट में भाजपा की रणनीति और मेहनत के आगे सपा, बसपा और कांग्रेस की सोशल इंजीनियरिंग फ़ेल साबित हुई है. इन तीनों दलों ने सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाते हुए टिकट वितरण किया था लेकिन सपा के हाथ मुश्किल से सिर्फ दो सीट आ पाई हैं. मगर कांग्रेस और बसपा के हाथ कुछ भी नहीं आया है.
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बरेली की सभी नौ विधानसभा सीट पर भाजपा, सपा, कांग्रेस और बसपा ने टिकट दिए थे. भाजपा ने पांच पिछड़े हिंदू यानी आंवला, बहेड़ी, मीरगंज, नवाबगंज और भोजीपुरा में, फरीदपुर सुरक्षित सीट पर दलित और हिंदू सवर्ण को बिथरी चैनपुर, शहर और कैंट में टिकट दिया. सपा ने आंवला, शहर और कैंट में सवर्ण हिंदू, बहेड़ी, भोजीपुरा में पिछड़े मुस्लिम, नवाबगंज, बिथरी चैनपुर में पिछड़ा हिंदू, मीरगंज में सवर्ण मुस्लिम और फरीदपुर सुरक्षित सीट पर दलित को टिकट दिया था.
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बसपा ने भोजीपुरा, बिथरी चैनपुर, मीरगंज, आंवला और बहेड़ी में पिछड़े हिंदू, शहर में सवर्ण हिंदू, नवाबगंज में सवर्ण मुस्लिम और कैंट, फरीदपुर सुरक्षित सीट पर दलित को टिकट दिया. इसी तरह से कांग्रेस ने बिथरी, शहर सीट पर सवर्ण हिंदू, आंवला, नवाबगंज में पिछड़ा हिंदू, मीरगंज, कैंट में पिछड़ा मुस्लिम, भोजीपुरा में सवर्ण मुस्लिम, बहेड़ी और फरीदपुर सुरक्षित सीट पर दलित को टिकट दिया. हालांकि, कोई भी दल भाजपा की मेहनत और रणनीति के आगे टिक नहीं पाया.
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने तीन महिलाओं को टिकट दिया था. इसमें बिथरी में सवर्ण महिला, नवाबगंज में पिछड़ी महिला और बहेड़ी में दलित महिला को टिकट दिया था. मगर, कोई भी महिला प्रत्याशी पांच हजार से अधिक वोट प्राप्त नहीं कर पाई.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद