Lucknow: श्रीरामचरितमानस को लेकर विवादित बयान के बाद सुर्खियों में आए समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब पद्म विभूषण सम्मान को लेकर बयान दिया है. उन्होंने मरणोपरांत सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण सम्मान देने की घोषणा को अपमान बताया है. उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव भारत रत्न के योग्य थे. लेकिन, पद्म विभूषण देकर उनका मजाक बनाया. यह भारतीय जनता पार्टी की घटिया सोच को दर्शाती है.
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण सम्मान देने की घोषणा की गई. इसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज कहा कि भारत सरकार ने नेताजी मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार देकर, नेताजी के व्यक्तित्व, कृतित्व एवं राष्ट्र के प्रति किये गये योगदान का उपहास उड़ाया है. यदि नेताजी को सम्मान देना ही था तो भारत रत्न के सम्मान से सम्मानित करना चाहिए था.
उधर मैनपुरी से सपा सांसद और मुलायम सिंह की बहू डिंपल यादव ने भी उन्हें भारत रत्न देने की मांग की. इटावा में गणतंत्र दिवस के मौके पर सैफई में मीडियाकर्मियों से बातचीत में उनहोंने नेताजी को भारत रत्न देने की मांग की. डिंपल यादव ने कहा कि नेताजी को पद्म विभूषण मिलना अच्छी बात है. लेकिन, यह उपाधि उन्हें बहुत पहले ही मिल जानी चाहिए थी. ‘मैं समझती हूं नेताजी का जो कद था, उस लाज से उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए. मैं भारत सरकार से मांग करती हूं कि नेताजी को भारत रत्न दिया जाए.
उधर अपने पिता से जुड़े इतने अहम मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अब तक अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है. पार्टी के ट्विटर अकाउंट से आज भी भाजपा पर निशना साधा गया. माना जा रहा है कि सपा स्वयं इसे लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर भाजपा के सियासी स्ट्रोक के तौर पर देख रही है. भाजपा चुनावी रणनीति के तहत लगातार ओबीसी वर्ग को साधने में जुटी हुई है. इस बार मुलायम के जरिए उसने पिछड़ों को अपने पाले में लाने का दांव चला है.
पद्म विभूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा उच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये असैनिक क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है. यह सम्मान भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है. इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में की गयी थी. भारत रत्न के बाद यह दूसरा प्रतिष्ठित सम्मान है.