Aligarh: प्रदेश में अलीगढ़ जनपद के कनवरीगंज के लोग उत्तराखण्ड के जोशीमठ जैसा अनुभव कर रहे हैं. यहां मोहल्ले के कई घरों में रहने वाले डर के साये में जी रहे हैं. इनमें से कुछ लोग दूसरी जगह चले गए हैं. ये स्थिति यहां कई मकानों की दीवारें और छतें चटकने के कारण हुई है. इन्हें देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे यहां भूकंप आया हो. इस वजह से मकान धंसना शुरू हो गए हैं. ऐसे मे बड़ी खतरे की संभावना बनी हुई है.
कनवरीगंज के कई मकानों में आई दरार के कारण यहां रहने वाले लोग बेहद सहम गए हैं. इन मकानों के बाहर और भीतर दीवारों पर दरार आ गई है. कहीं पूरी दीवार चटक गई है और दरवाजे की चौखट तक दीवार से अलग हो गई है. कुछ घरों की लगभग सभी दीवारों में दो इंच से अधिक की दरार हो गई है, जिसके कारण यहां रहने वाले लोगों ने मकान से पलायन कर दिया है.
स्थानीय लोग इसके लिए नगर निगम को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. इनका कहना है कि नगर निगम की लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ है. नाला सफाई नहीं होने के कारण नाला चोक हो गया और उसका भीतर ही रिसाव हो रहा है. इस वजह से मिट्टी के गिरने से मकानों की ये दुर्दशा हो गई है और स्थानीय लोगों का जीवन खतरे में है.
इस मामले में जल निगम के लोगों का कहना है कि उसने 2020 में सीवरेज लाइन का कार्य कनवरीगंज में कराया था. मकान की छत और दीवारों में दरार पड़ने की जानकारी पर मुआयना किया गया. इसमें पता चला कि नाला सफाई नहीं होने के कारण नाला चोक हो गया. इस वजह से पानी का रिसाव जमीन के भीतर रहा है और घरों में दरारें पड़ी हैं. नाले का पानी सीवरेज के पाइप लाइन से ओवरफ्लो होकर सड़क पर बह रहा है.
वहीं अपर नगर आयुक्त राकेश यादव के मुताबिक इस मामले में नगर निगम की टीम को मौके पर भेजा गया. नाला चोक होने की स्थिति में उसकी सफाई आदि कराई जाएगी, जिससे समस्या का निराकरण हो सके. उन्होंने कहा जिन लोगों के मकान दरक गए हैं, उसे लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा. नियमानुसार जो भी अपेक्षित कार्रवाई होगी, वो कराई जाएगी.