Agra Crime News: राजस्थान के जयपुर में स्थित जी क्लब में 1 करोड़ रुपए की रंगदारी वसूलने के लिए फायरिंग करने वाले लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 3 सदस्यों को पुलिस ने आगरा के जैतपुर से गिरफ्तार कर लिया है. वे लोग जयपुर में दहशत फैलाकर आगरा में छिपे हुए थे. पुलिस ने सूचना के आधार पर जब उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की, तो उन लोगों ने फायरिंग करना शुरू कर दिया. जिसके बाद मुठभेड़ में पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.
जयपुर जिले में जवाहर सर्किल थाना क्षेत्र के जी क्लब में 28 जनवरी की रात करीब 12:00 बजे तीन बदमाशों ने करीब 17 राउंड फायरिंग की थी, और यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. जिसके बाद होटल मालिक अक्षय गुरनानी को व्हाट्सएप पर वॉइस कॉल करके 1 करोड़ रुपए की रंगदारी की मांग भी की गई थी.
रंगदारी न देने पर होटल पर पहुंचे बदमाशों ने 17 राउंड गोली चलाई. इसके बाद यह मामला पुलिस के पास पहुंचा. पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक किए और बदमाशों को तलाशने में जुट गई. घटना में शामिल ऋतिक को ढूंढने को राजस्थान पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी. ऐसे में रितिक के साथ शामिल ऋषभ के आगरा में छिपे होने की जानकारी मिली.
जब पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि ऋषभ आगरा के जैतपुर में छिपा हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने संभावित ठिकाने पर दबिश डाली और तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए बदमाशों में जय प्रकाश उर्फ जेपी निवासी बीकानेर राजस्थान, प्रदीप शुक्ला उर्फ बाबा शुक्ला निवासी बीकानेर तथा ऋषभ उर्फ यश चंद्र राज बार उत्तर प्रदेश का रहने वाला है..
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जी क्लब में फायरिंग करने के बाद बदमाशों ने एक धमकी भरा कागज फेंका था. जब वह कागज पुलिस को मिला तो जानकारी मिली की यह वारदात करने वाले लोग लॉरेंस गैंग के हैं. बता दें पुलिस ने एक और आरोपी को आगरा से गिरफ्तार किया है. लेकिन उसकी पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है.
बताया जा रहा है कि यह वही आरोपी है जिसने बदमाशों को शरण दी थी. आगरा पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से तीन पिस्टल, 6 मैगजीन, 7 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. और इस पूरे ऑपरेशन में जैतपुर थाना प्रभारी अभिनीत मान, स्वाट टीम प्रभारी अजय कुमार, एएसआई जगदीश सिंह, कॉन्स्टेबल मोहित, अंकित और अंकुर शामिल थे.