Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में हाईस्कूल की परीक्षा के दौरान एक नया मामला सामने आया है. यहां तीन छात्र उम्र कम करने के लिए दोबारा यूपी बोर्ड की परीक्षा देते पकड़े गए. इसके बाद नौकरी से पहले उन्हें जेल मिल गई है. आरोपी छात्रों ने बताया कि, 10 वर्ष पहले परीक्षा दी थी. मगर, फेल हो गए. नौकरी के लिए हाईस्कूल की मार्कशीट की जरूरत थी. इसलिए यह कदम उठाया. पुलिस ने सचल दल की तहरीर पर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद स्कूल संचालक और प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
दरअसल, पीलीभीत जनपद के बीरमपुर गांव के निवासी सत्यपाल ने वर्ष 2012, यशपाल ने वर्ष 2013 और पोप सिंह ने वर्ष 2016 में 10वीं की परीक्षा दी थी. मगर, यह फेल हो गए. इसके बाद खेती के साथ ही मजदूरी करने लगे, लेकिन कुछ वर्ष पूर्व नौकरी की तलाश की. इसमें 10वीं की मार्कशीट की जरूरत पड़ी. इसलिए तीन वर्ष पूर्व नवाबगंज थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव के सोमवती इंटर कॉलेज में करीब 10 वर्ष उम्र कम कर आठवीं में प्रवेश ले लिया.
आरोपी छात्रों ने आठवीं और नौंवी परीक्षा पास करने के बाद 10वीं में रेगुलर (संस्थागत) प्रवेश ले लिया. इसका परीक्षा सेंटर नवाबगंज के कुंडरा कोठी गांव में स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल इंटर कॉलेज में पढ़ा था. यहां चार पेपर दे चुके थे. मगर, शनिवार को समाजिक विज्ञान के पांचवें पेपर की परीक्षा के दौरान सचल दल को उम्र अधिक होने का शक हुआ. जिसके चलते सचल दल ने प्रवेश पत्र की जांच की. प्रवेश पत्र में तीनों छात्रों की आयु 2005 दर्ज थी.
मगर, इन तीनों की उम्र काफी अधिक थी. जिसके चलते कड़ी पूछताछ की गई. इसमें तीनों आरोपियों ने खुलासा किया. इसके बाद डीआईओएस मुकेश सिंह ने सचल दल से आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही सोमवती मेमोरियल इंटर कॉलेज, सैदपुर के प्रिंसिपल और प्रबंधन के खिलाफ भी नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद