Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की बोर्ड परीक्षा नजदीक आते ही प्रशासन की सख्ती दिखने लगी है. परीक्षा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो पाए, इसके लिए बोर्ड ने नियमों में बदलाव किए हैं. अब परीक्षकों को अपने परीक्षा केंद्रों पर पहचान पत्र के साथ-साथ नियुक्ति पत्र भी दिखाना होगा, जिसके बाद वह प्रायोगिक परीक्षा करा सकेंगे. सेंटर के प्रधानाचार्य के पास परीक्षकों की पहचान पत्र और नियुक्ति पत्र की एक प्रति उपलब्ध रहेगी.
गोरखपुर में 29 जनवरी से 5 फरवरी तक इंटर की प्रायोगिक परीक्षाएं होनी हैं. जनपद में कुल 322 विद्यालयों में प्रायोगिक परीक्षा कराई जाएंगी. अभी तक बोर्ड परीक्षा में ही सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती होती रही है, अब बोर्ड परीक्षा के साथ-साथ प्रायोगिक परीक्षा को नकल विहीन कराने के लिए बोर्ड ने पहली बार सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती कराई है. जिनके निगरानी में प्रायोगिक परीक्षा कराई जाएंगी. इसके लिए गोरखपुर जिले में 20 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है.
बोर्ड ने विद्यार्थियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए गोरखपुर के क्षेत्रीय कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया है. कंट्रोल रूम दो पालियों में संचालित होगा. यदि किसी विद्यार्थी को प्रायोगिक परीक्षा में किसी प्रकार की कोई परेशानी हो रही है. जैसे प्रायोगिक परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों से अधिक फीस की मांग की जा रही हो, परीक्षा केंद्र दूरी की समस्या हो, किसी प्रकार का कोई प्रलोभन दिया जा रहा है, या परीक्षा के समय से नहीं पहुंचने की समस्या हो, तो वह हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं या फिर मेल आईडी पर मेल कर सकते हैं. जिसका हेल्पलाइन नंबर–0551–2205271,6394717234 है, और मेल आईडी –upmsprogkp@gmail.com है.
रिपोर्ट- कुमार प्रदीप, गोरखपुर