उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी की रणनीति ने सपा और बसपा की टेंशन बढ़ा दी है. बताया जा रहा है कि ओवैसी की रणनति को देखते हुए अखिलेश यादव भी चुनाव से पहले अपना प्लान बदल सकते हैं. ओवैसी ने यूपी के करीब 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
जानकारी के मुताबिक यूपी के सियासी रण में एंट्री के बाद से असदुद्दीन ओवैसी रणनीति बनाने में जुट गए हैं. बताया जा रहा है कि ओवैसी की कोशिश है कि यूपी की छोटे दलों के साथ गठबंधन किया जाए. इसके लिए ओवैसी ने सुहेलदेव समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर, प्रगतिशील समाज पार्टी के शिवपाल यादव, आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद रावण से संपर्क कर चुके हैं.
बताया जा रहा है कि बिहार की तरह ही यूपी की चुनावी रण में ओवैसी रणनीति बनाने में जुट गए हैं. बिहार में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने रालोसपा और बसपा के साथ गठबंधन किया था. बिहार चुनाव में ओवैसी की पार्टी को पहली बार पांच सीटों पर जीत मिली थी. माना जा रहा है कि ओवैसी बिहार की तरह ही यूपी में भी सियासी दांव खेल रहे हैं.
मुस्लिम बाहुबलियों पर नजर- असदुद्दीन ओवैसी की नजर यूपी के मुस्लिम बाहुबली नेताओं पर नजर है. इस कड़ी में ओवैसी ने पिछले दिनों अहमद अतीक के परिवार के लोगों से मुलाकात किया था. बताया जा रहा है कि कानपुर के किसी सीट से अतीक अहमद की पत्नी ओवैसी की पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं.
गौरतलब है कि असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. इसके बाद ओवैसी की पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है. बिहार चुनाव में पांच सीटों में मिली जीत के बाद से ही एआईएमआईएम यूपी में इलेक्शन फाइट की तैयारी में जुट गई है.