UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा कानपुर में सपा को कमजोर करने के मूड में थी. वह उनके बेटे और सपा से सांसद सुखराम सिंह यादव को भाजपा में लाने की कोशिश में थी. मगर सुखराम यादव ने बीजेपी में शामिल होने से इंकार कर दिया था. दरअसल, बीजेपी की कोशिश थी कि चुनावी साल में कानपुर मंडल के कद्दावर नेता सुखराम यादव को पार्टी में लाकर सपा को मात दी जाए. बता दें कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कानपुर से ही विजय रथ यात्रा की शुरुआत की थी.
वहीं सांसद सुखराम का कहना है सपा से हम सांसद हैं. बेटे का रुझान भाजपा की तरफ है. हम मुलायम सिंह यादव के साथ मरते दम तक रहेंगे. वही सपाई रहे चौधरी हरमोहन सिंह यादव की तीसरी पीढ़ी के नेता मोहित यादव ने शुक्रवार को परिवार से बगावत कर भाजपा का दामन थाम लिया है वही उनके पिता सुखराम यादव राज्यसभा सदस्य है उनका कहना है कि वह सपा संस्थापक के पद चिन्हों पर चलते हुए उनसे ही जुड़े रहने की बात कही है.
आपको बता दे कि एक साल से भाजपा में मोहित यादव के जाने की अटकलें चल रही थी .2021 में चौधरी हरमोहन की जयंती पर सपा की कोठी कहि जाने वाली हवेली में कार्यक्रम आयोजित हुआ था जिसमे सपा सुप्रीमो की जगह भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष को आमन्त्रित किया गया था उसके बाद मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री समेत कई बड़े नेताओं ने सुखराम के फैसले का स्वागत किया था ,मोहित को औपचारिक रूप से शामिल होने से सपा के गढ़ के भाजपा ने बड़ी सेंध लगा दी.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा मोहित को पिछडो का वोट सहेजने की जिम्मेदारी दी जा सकती है ,वही मोहित को एमएलसी चुनाव में प्रत्याशी भी बनाया जा सकता है. पिछले वर्ष चौधरी हरमोहन की जयंती में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा,और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष समेत कई नेता शामिल हुए थे.