UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालय वाले शहरों में यूथ कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा. इस कॉनक्लेव में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले युवाओं को बुलाया जाएगा. उन्हें मोदी और योगी सरकार के कार्यों की जानकारी दे जाएगी. इस यूथ कॉन्क्लेव को भारतीय जनता पार्टी की चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. हालांकि, इनका आयोजन बीजेपी के बैनर तले नहीं होगा.
बीजेपी का दावा है कि उत्तर प्रदेश में उसके ढाई करोड़ सदस्य हैं. उसका लक्ष्य डेढ़ करोड़ नए सदस्य बनाने का है. इसी कड़ी में पार्टी का सबसे ज्यादा फोकस युवा वर्ग पर है. इसमें बीजेपी का मुख्य डॉक्टर, इंजीनियर और आईटी सेक्टर सहित अन्य क्षेत्रों के युवा प्रोफेशनल पर हैं, जो बीजेपी के तमाम क्रियाकलापों से अभी तक किसी भी रूप में नहीं जुड़े हैं. युवा मोर्चा के पदाधिकारियों को प्रोफेशनल युवाओं को चिह्नित करने की जिम्मेदारी दी गई है.
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यूथ कॉन्क्लेव बीजेपी के सौ दिन में सौ काम करने की योजना का हिस्सा है. इसे किसी सामाजिक संस्था के बैनर तले आयोजित करने की योजना है.
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बीजेपी नवंबर में अपने सदस्यता अभियान की शुरूआत करने वाली है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इसकी शुरुआत होगी. नवंबर में चलने वाले सदस्यता अभियान के बाद दिसंबर में यूथ कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा. इसके जरिए बीजेपी अपनी राष्ट्रवादी सोच और विकासवादी एजेंडे को युवाओं तक पहुंचाकर उन्हें आकर्षित करने का प्रयास करेगी.
बता दें, बीजेपी को केंद्र और राज्य की सत्ता पर काबिज करने में युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा. साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में युवाओं ने न सिर्फ भाजपा को वोट दिया, बल्कि पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने में भी खास भूमिका निभाई. इस बार भी बीजेपी युवा मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती.
Posted By: Achyut Kumar