Varanasi News: यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच समाजवादी पार्टी के एमएलसी आशुतोष सिन्हा और महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने सोमवार को कचहरी में अधिवक्ताओं के बीच पार्टी का प्रचार किया. सपा के 300 यूनिट बिजली फ्री के वादे के तहत अधिवक्ताओं और वादकारियों का रजिस्ट्रेशन भी कराया, जब इस बात की शिकायत शहर उत्तरी विधानसभा की रिटर्निग ऑफिसर (RO) एसीएम फोर्थ अंशिका दीक्षित से कई गई, तो उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं को रोका. लेकिन सपा कार्यकर्ताओं उल्टा उन्हें ही समझाते नजर आए.
आरोप है कि सपा नेताओं ने अधिवक्ताओं के बीच में चुनावी प्रचार करते हुए पम्फलेट बांटकर उनसे रजिस्ट्रेशन भी करवाया. जब ऑफिसर अंशिका दीक्षित ने रोकने का प्रयास तो सपा कार्यकर्ताओं उनसे भी बहस करने लगे. बहस को लेकर सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा का कहना है कि उन्होंने कोई अचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है. सब कुछ नियम के दायरे में किया गया है.
एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने कहा कि, मैं खुद अधिवक्ता हूं और अधिवक्ता वर्ग सबसे अधिक समझदार होता है. इसलिए उनके बीच पहुंचकर इस 300 यूनिट फ्री योजना के संबंध में बताया गया और उनका रजिस्ट्रेशन करवाया गया है. चुनाव आयोग ने इस मामले में अखिलेश यादव से स्पष्टीकरण मांगा है. जिसको लेकर सपा एमएलसी ने कहा कि मीडिया जो एक्जिट पोल दिखा रहा है उस पर भी चुनाव आयोग को नोटिस भेजकर जवाब मांगना चाहिए.
उन्होंने कहा कि, क़ानून क्या सिर्फ हमारे लिए ही बने हैं. देश के गृह मंत्री बिना मास्क के घूमते हुए कोविड गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा रहे हैं. उस पर क्यों नहीं स्पष्टीकरण मांगा जाता है. कोतवाली और लंका में जब बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा भीड़ इक्कठी की गई चुनाव प्रचार को लेकर तब क्यों नही इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना गया, सिर्फ हमे ही कानून क्यों सिखाया जा रहा है.
रिपोर्र- विपिन सिंह