उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav 2021) के लिए पांच पदों की आरक्षित सीटों ( reservation list ) के आवंटन की सूची जारी होने के बाद कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल है. कई उम्मीदवार ऐसे हैं जो चुनाव प्रचार में लगे हुए थे और आरक्षण सूची उनके पक्ष में आई है. ऐसे उम्मीदवारों के चेहरे पर मुस्कान नजर आ रही है. जबकि कुछ ऐसे भी उम्मीदवार हैं जो आरक्षित और अनारक्षित सीटों के आवंटन की इस सूची से नाराज हैं क्योंकि सूची जारी होने के बाद वे चुनाव लड़ने के योग्य नहीं रहे.
जो जिस सीट विशेष से चुनाव लड़ने की तैयारी में था, उसकी सीट किसी अन्य जाति को आरक्षित या अनारक्षित कर दी गई…ऐसे उम्मीदवारों के खेमे में मायूसी का आलम है पर अभी उनके पास विकल्प बाकी है. दरअसल चार से आठ मार्च के बीच इन प्रकाशित सूचियों पर दावे और आपत्तियां आमंत्रित करने का काम किया गया है.
यदि इस सूची से प्रत्याशी व ग्रामीण मतदाता को आपत्ति है तो वे अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. नौ मार्च को इन दावों और आपत्तियों को जमा किया जाएगा और 10 से 12 मार्च के बीच जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति इसपर विचार करेगी. वह परीक्षण और निस्तारण करने का काम भी करेगी. 13 से 14 मार्च के बीच इन सूचियों का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा जबकि 15 मार्च को जिलाधिकारियों द्वारा इन सूचियों को पंचायतीराज निदेशालय भेजने का काम किया जाएगा.
इसके बाद निदेशालय इन सूचियों के पूरे ब्यौरे को राज्य निर्वाचन आयोग को सौंप देगा. आपको बता दें कि पांच पदों ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य के पांच पदों के लिए महिला, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित और अनारक्षित सीटों के आवंटन की सूची जारी करने का काम शुरू किया गया है जो तीन मार्च यानी आज तक चलेगा.
खबरों की मानें तो ग्राम पंचायत सदस्य के लिए आरक्षित व अनारक्षित सीटों की वार्डवार सूची को ग्राम पंचायत मुख्यालय पर चस्पा करने का काम किया जाएगा. वहीं ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य के पदों के लिए आरक्षित व अनारक्षित सीटों के आवंटन की सूची ब्लाक व जिला पंचायत मुख्यालय पर चस्पा कर दी जाएगी.
इन सूचियों की बात करें तो ये जिलाधिकारी द्वारा प्रकाशित की जाएंगी.
Posted By : Amitabh Kumar