-
ओवैसी ने मुलायम के भाई शिवपाल यादव से की मुलाकात
-
शिवपाल सिंह यादव ने कहा उनकी एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी के साथ बैठक हुई
-
2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए समाजवादी परिवार को एकजुट होने की जरूरत : शिवपाल
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव (up panchayat chunav 2021) की तैयारियां जोर शोर से जारी है. वोटर लिस्ट के साथ-साथ जिला पंचायत अध्यक्ष (reservation list) के लिए भी आरक्षण सूची जारी किया जा चुका है. इसी बीच पंचायत चुनाव के पहले सूबे की राजनीति में एक अनोखे गंठबंधन पर चर्चा हो रही है.
दरअसल प्रदेश के आजमगढ़ जिले में शनिवार शाम एक शादी समारोह में पहुंचे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से यहां मुलाकात की. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि वह शादी समारोह में आये हैं लेकिन उनकी एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी के साथ बैठक हुई है.
Also Read: UP Panchayat Chunav 2021 : जानें कब होंगे यूपी में पंचायत चुनाव, पंचायतवार आरक्षण को लेकर आई यह खबर
उन्होंने कहा कि हम पहले ही कह चुके हैं कि समान विचारधारा और सभी धर्मनिरपेक्ष शक्तियों के लोग मिलकर भारतीय जनता पार्टी को देश और प्रदेश से उखाड़ फेंकेंगे. यादव ने कहा कि प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए समाजवादी परिवार को एकजुट होने की जरूरत है. हमने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी कहा है कि सबको एकत्र करें और उसमें हमको भी साथ लें.
शिवपाल ने यह भी कहा कि अपनी पार्टी का विलय किसी भी सूरत में सपा में नहीं करेंगे बल्कि सपा के साथ गठबंधन करेंगे. ओवैसी और शिवपाल यादव एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली की पुत्री की शादी में शामिल होने के लिए शनिवार की शाम जिले के माहुल कस्बे में पहुंचे थे.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर छोटे दलों ने गठबंधन की पहल की है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी के बीच पहले ही साझा कार्यक्रम के तहत चुनाव लड़ने की बात तय हो चुकी है. राजभर इन दिनों भागीदारी संकल्प मोर्चा के बैनर तले छोटे दलों को एकजुट करने में जुटे हैं और पिछले दिनों उन्होंने शिवपाल सिंह यादव से भी इस सिलसिले में मुलाकात की थी.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कहा था कि 2022 के चुनाव में वह छोटे दलों के लिए दरवाज़ा खुला रखेंगे.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar