Aligarh News: अलीगढ़ में 28 अप्रैल से यूपी बोर्ड के प्रैक्टिकल होने हैं. पहली बार प्रैक्टिकल की व्यवस्था, उन केंद्रों पर की गई है, जहां लिखित परीक्षाएं हुई थीं, लेकिन कुछ केंद्रों पर लैब नहीं है, कुछ पर उपकरण नहीं है, तो कुछ पर इंटर की मान्यता ही नहीं है. ऐसे में शिक्षा विभाग को प्रैक्टिकल कराना चुनौती साबित हो रहा है.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड ने परीक्षाओं के बाद प्रैक्टिकल के लिए इस बार अलग व्यवस्था बनाई है. स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल स्वयं के स्कूल में ना होकर, उन स्कूलों में होंगे, जिन केंद्रों पर उन्होंने लिखित परीक्षा दी थी. स्कूलों को प्रैक्टिकल केंद्रों के संबंध में जानकारी पोर्टल पर दे दी गई है.
प्रैक्टिकल के लिए ऐसे लिखित परीक्षा केंद्रों को चुना गया है, जहां किसी केंद्र पर लैब नहीं है, जहां लैब है वहां उपकरण नहीं है, तो किसी केंद्र पर इंटर की मान्यता ही नहीं है. बिना लैब, उपकरण और मान्यता के यूपी बोर्ड के प्रैक्टिकल कैसे होंगे, इसको लेकर बोर्ड सोच-विचार में लग गया है.
जिन स्कूलों को प्रैक्टिकल के लिए केंद्र बनाया गया है उनमें से जिन स्कूलों पर लैब, उपकरण और इंटर की मान्यता तक नहीं है, उन स्कूलों ने डीआईओएस को इस संबंध में पत्र लिखकर अवगत कराया है. गौंडा के लगसमा इंटर कॉलेज ने पत्र में लिखा है कि स्कूल में विज्ञान व भूगोल विषय नहीं है, इसके कारण से उसकी लैब भी नहीं है, तो उनके प्रैक्टिकल कैसे होंगे?
बामौती के किरण देवी राजकीय इंटर कॉलेज ने पत्र में लिखा है कि स्कूल को कुछ समय पहले इंटर की मानता मिली है, यहां लैब है पर जरूरी उपकरण अभी नहीं है, तो प्रैक्टिकल कैसे होंगे? इस बारे में अलीगढ़ के डीआईओएस डॉ धर्मेंद्र कुमार शर्मा का कहना है कि कई स्कूलों से यह समस्या सामने आई हैं. समस्याओं का जायजा लिया जा रहा है और इस बारे में यूपी बोर्ड से बात की जा रही है.
अलीगढ़ में 153 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. इन्हीं केंद्रों पर अलीगढ़ के 35 राजकीय, 94 एडेड, 624 वित्तविहीन स्कूल के परीक्षार्थियों के प्रैक्टिकल होने हैं. कई प्रैक्टिकल केंद्रों पर 600 स्टूडेंट्स आवंटित हुए हैं. एक दिन में 30 स्टूडेंट का प्रैक्टिकल हो सकता है, फिर 20 दिन में प्रैक्टिकल कैसे पूरे होंगे. अभी कई केंद्रों पर लैब, उपकरण, मान्यता नहीं हैं, उनकी व्यवस्था भी होनी है.
रिपोर्ट- चमन शर्मा