Mathura: वृंदावन के बांके बिहारी के भक्तों के लिए यह जरूरी खबर है. बांके बिहारी का दर्शन करने आने वाले भक्तों के लिए अब नई समय सारणी लागू कर दी गई है. यह समय होली की भैया दूज से दीपावली की भैया दूज तक लागू रहेगा. ऐसे में अगर आप बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं या प्लान बना रहे हैं तो ग्रीष्मकालीन समय सारणी पर एक नजर जरूर डाल लें, वरना आप अपने आराध्य के दर्शन से वंचित रह सकते हैं.
वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर का समय साल में दो बार बदला जाता है. एक बार ग्रीष्मकालीन में तो दूसरा शीतकालीन में, ऐसे में ग्रीष्मकालीन ऋतु शुरू हो गई है. जिसके चलते होली के बाद वाली भैया दूज से बांके बिहारी मंदिर के समय में बदलाव किया गया है.
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीष शर्मा ने बताया कि ग्रीष्मकालीन समय के अनुसार मंदिर के पट 7:45 पर श्रद्धालुओं के लिए खोले जायेंगे. उसके बाद 7:55 पर सेवायतों द्वारा बांके बिहारी की श्रृंगार आरती की जाएगी. दोपहर 11:00 बांके बिहारी को राज भोग लगाया जाएगा और 11:30 पुनः ठाकुर जी के दर्शन भक्तों को प्राप्त होंगे. 11:55 पर राजभोग आरती के बाद बांके बिहारी के पट बंद कर दिए जाएंगे.
साईं काल में बांके बिहारी का दर्शन करने के लिए भक्तों को 5:30 बजे मंदिर पर उपस्थित होना होगा. पट खुलने के बाद भक्त बांके बिहारी के दर्शन कर सकेंगे और 8:30 बजे बांके बिहारी को शयन भोग लगाया जाएगा. इसके बाद 9:05 पर भक्त उनके दर्शन कर सकेंगे और 9:25 पर बांके बिहारी की शयन आरती की जाएगी उसके बाद पट बंद कर दिए जाएंगे.
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आपको बता दें ग्रीष्मकालीन ऋतु शुरू होने के चलते बांके बिहारी मंदिर के समय में परिवर्तन किया गया है. यह परिवर्तन दीपावली के बाद आने वाली भाई दौज तक लागू रहेगा. दीपावली की दूज के बाद शीतकालीन समय सारणी लागू कर दी जाएगी.