लखनऊ: बदायूं हत्याकांड (Badaun Case) का राज आखिरकार खुल गया है. एनकाउंटर में मारे गए साजिद के भाई जावेद ने ये राज पुलिस को बताया है. जावेदन का कहना है कि उसका भाई मानसिक रूप से परेशान रहता था. उसको कोई बच्चा नहीं था. इसलिए वो बच्चों को देखते ही गुस्सा होने लगता था. मानसिक रूप से परेशान रहने का मुख्य कारण उसके कोई बच्चा न होना था.
मौके से भाग निकला था जावेद
गौरतलब है कि मंगलवार को साजिद ने विजय ठाकुर के दो बच्चों की हत्याकर दी थी. जबकि एक बच्चा इसी दौरान घायल हो गया था. साजिद को घटना के कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने मार गिराया था. जबकि जावेद मौके से फरार हो गया था. बुधवार रात को बरेली में सरेंडर करने के बाद जावेद को बदायूं लाया गया. गुरुवार को पुलिस ने इस पूरी घटना के मामले में पूछताछ की तो ये हत्याकांड के पीछे ये राज सामने आया है. हालांकि पुलिस अभी भी जावेद पर पूरी तरह से विश्वास नहीं कर रही है. उससे अभी और पूछताछ की जाएगी.
घटना के बाद पहले घर गया जावेद
बदायूं डबल मर्डर (Badaun Case) मामले के दूसरे आरोपी जावेद बरेली में अरेस्ट किया गया था. उसे बाद में बरेली पुलिस ने बदायूं पुलिस को सौंप दिया था. जावेद ने पुलिस को पूछताछ की बताया कि घटना के दिन वो साजिद के साथ बाइक से विजय ठाकुर के घर पहुंचा था. वो बाइक लेकर नीचे खड़ा हो गया. जबकि साजिद अंदर चला गया. जब उसने देखा कि साजिद ने बच्चों को मार दिया है तो वो बाइक लेकर घर भाग गया. इसके बाद घर से दिल्ली चला गया. दिल्ली में उसे पता चला कि पुलिस उसे भी ढूंढ रही है तो वो बरेली चला आया.
खुद को बताया बेगुनाह
बरेली पहुंचने पर बस स्टैंड पर ही ऑटो में उसे लोगों ने पकड़ लिया और पूछताछ के बाद पुलिस को सौंप दिया. बताया जा रहा है कि बदायूं पुलिस ने साजिद और हत्याकांड के बारे में जावेद से काफी सवाल पूछे लेकिन वो हर बार साजिद के मानसिक रोगी होने की बात कहता रहा. साथ ही खुद को बेगुनाह बताता रहा. पूछताछ के समय एसएसपी आलोक प्रियदर्शी भी सिविल लाइंस थाने में मौजूद रहे. कई घंटे तक चली पूछताछ के बाद जावेद को मेडिकल के लिए ले जाया गया. थाने से कई गाड़ियां एक साथ निकली, इसलिए पता नहीं चल पाया कि जावेद को मेडिकल के लिए ले जाया गया. पुलिस उसे कोर्ट में दाखिल करके जेल भेजने की तैयारी में थी. इसके बाद जावेद का फिर से रिमांड लिया जाएगा.
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