अलीगढ़ : कासगंज के म्यासुर पटियाली स्थित श्रीमती तारा देवी महाविद्यालय में विश्वविद्यालय परीक्षाओं में अवैध वसूली के आरोप लगे हैं. इसके बाद इस परीक्षा केंद्र को निरस्त कर दिया गया है. इस केंद्र पर परीक्षार्थियों से पैसा मांगने संबंधी आरोप सामने आने पर उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है. उच्च शिक्षा मंत्री के निर्देशों के क्रम में संबंधित राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा तारा देवी महाविद्यालय के परीक्षा केंद्र को निरस्त कर दिया गया है.उच्च शिक्षा मंत्री ने संपूर्ण प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषी पाए जाने पर उक्त महाविद्यालय के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किए जाने के भी निर्देश दिये हैं.
उच्च शिक्षा मंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि परीक्षार्थियों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े. इसके लिए संबंधित विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा दिनांक 02 दिसम्बर, 2023 एवं उसके बाद होने वाली परीक्षाओं हेतु कुसुमा देवी महाविद्यालय, अशोकपुर, अमापुर, कासगंज को परीक्षा केंद्र बनाते हुए सभी संबंधितों को तदनुसार आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने तथा सभी छात्र-छात्राओं को केंद्र परिवर्तन की सूचना समय से उपलब्ध कराने हेतु निर्देश जारी किया गया है.
दो दिन पहले श्रीमती तारा देवी महाविद्यालय में छात्राओं से नकल के नाम पर दो हजार रुपये मांगे गए थे. इस मामले में छात्राओं ने रुपये नहीं दिये तो अभद्रता की गई. जिसमें छात्राओं ने सहावर थाने में कार्रवाई के लिए तहरीर भी दी थी.
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बीएससी प्रथम वर्ष की छात्राओं ने बताया कि उनकी परीक्षा का केंद्र श्रीमती तारा देवी महाविद्यालय म्यासुर गया था. परीक्षा देते समय उनके कक्ष में श्रीमती तारा देवी महाविद्यालय के इंचार्ज अखिलेश कुमार व बबलू गुप्ता विद्यालय के स्टाफ के साथ आये. और नकल के नाम पर दो हजार रुपये की अवैध वसूली करने लगे. जब छात्रों ने रुपये देने से मना किया तो उन्हें कमरे में ले जाकर बदतमीजी और गाली गलौज कर अपमानित किया गया, साथ ही धमकी दी गई कि अगर घटना के बारे में किसी को बताया तो तुम्हारे ओएमआर शीट में गड़बड़ी कर भविष्य बर्बाद कर दिया जाएगा. इस पूरे मामले में पीड़ित छात्राओं ने सहावर थाने में तहरीर देकर कार्रवाई किए जाने के गुहार भी लगाई थी. वहीं उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द उपाध्याय ने इस घटना को संज्ञान में लेकर परीक्षा सेंटर निरस्त कर दिया है.