अलीगढ़. टप्पल में आयोजित किसान महापंचायत में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सांसद बृजभूषण सिंह को बचाने के लिए सरकार सबूत मिटाने पर तुली है. बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए महापंचायत की जा रही है. आंदोलन किया जा रहा है. यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक पहलवानों को न्याय नहीं मिल जाता है. किसान नेता ने कहा कि खाप पंचायतों के जरिए भी लड़ाई लड़ी जा रही है.किसानों से जुड़े बिजली, भूमि अधिग्रहण आदि के मुद्दों पर भी अधिकारियों से बात चल रही है. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा आइपीसी की गंभीर धारा लगने पर आरोपी की गिरफ्तारी होती है. बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही. सरकार को बताना चाहिए कि क्या कानून में कोई संशोधन हुआ है? राकेश टिकैत ने चेतावनी दी कि सरकार ने अपनी गलती में सुधार कर कार्रवाई नहीं की तो हम इंटरनेशनल फेडरेशन में जाएंगे. इंटरनेशनल फेडरेशन में पूरी दुनिया बात सुनेगी.भले ही यहां बात न सुनी जाये.
किसान महापंचायत में किसानों का आह्वान करते हुए कहा गया कि पहलवान अपना मेडल गंगाजी में प्रवाह करने जा रहे थे, लेकिन खाप पंचायत ने 5 दिन का समय और मांग लिया.अब खाप पंचायत निर्णय करेगी.खेल कमेटी भी पहलवानों के साथ है.राकेश टिकैत ने कहा सरकार लोगों को बांटने की कोशिश करती है.यह हर क्षेत्र में अलग-अलग लड़ाते हैं.परिवारों को बांटने का काम करते हैं.अपने संगठन पर ध्यान देने की जरूरत है.विपक्ष भी अपना काम नहीं कर रहा है.
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की जमीनों के रेट बढ़ जाते है, लेकिन फसलों के रेट नहीं बढ़ते हैं. सरकार में बैठे लोग आपस में लड़ाने का काम कर रहे हैं. पहले हिंदू-मुस्लिम करवाते थे. अब जातियों में लड़वा रहे हैं. गुज्जर और ठाकुरों का बड़ा झगड़ा करवा रखा है . पहलवान किसी जाति के नहीं है. विदेशों से गोल्ड मेडल जीत के लाते हैं जो किसी जाति के नहीं है. यह देश के हैं. गोल्ड मेडल भी देश के हैं. उन्होंने कहा कि हम सभी जातियों का सम्मान करते हैं. लेकिन किसी के बहकावे में न आए और जातिवाद मानसिकता से ऊपर उठे .
राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा के घोषणा पत्र के आधार पर हम मांग कर रहे हैं. भाजपा का घोषणापत्र हमारे पास है, जिसमें लिखा है कि 5 साल सरकार रहेगी तो किसानों को बिजली फ्री मिलेगी . भाकियू किसी पार्टी के खिलाफ नहीं है, जो भी सरकार जहां गलत फैसले लेगी, हम उसके खिलाफ आंदोलन चलाएंगे, चाहे वह छत्तीसगढ़ हो या झारखंड हो. टिकैत ने कहा कि जब किसान संगठन की मीटिंग हो तो किसी पॉलिटिक्स की बात न करो. किसी जातियों की बात न करो. उन्होंने कहा कि हम लोग किसान हैं, खेती मजदूरी का काम करते हैं.