इलाहाबाद / कानपुर : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से पुलिस ने क्वॉरेंटिन किये गये इलाहाबाद के प्रोफेसर समेत 30 लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि इनमें 16 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. विदेशी नागरिकों में सात इंडोनेशिया और नौ थाईलैंड के हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार प्रोफेसर पर जमातियों को शरण देने का आरोप है.
जानकारी मिलने पर प्रोफेसर और परिवार के लोगों को क्वॉरेंटिन कर दिया गया. उनके साथ दिल्ली से लौटे उनके चार सहयोगियों और विदेशी जमातियों को करेली की हेरा मस्जिद और शाहगंज स्थित अब्दुल्ला मस्जिद के मुसाफिर खाने में क्वॉरेंटिन कर दिया गया था. क्वॉरेंटिन की 14 दिनों की अवधि खत्म होने पर सोमवार को पुलिस ने इलाहाबाद के राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर समेत 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इनमें सात इंडोनेशिया और नौ थाईलैंड के नागरिक भी शामिल हैं.
बताया जाता है कि सोमवार की रात गिरफ्तार किये गये प्रोफेसर समेत सभी 30 लोगों को आज मंगलवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जायेगा. इसके बाद जेल भेजने की कार्रवाई की जायेगी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार सभी 30 लोगों को मजिस्ट्रेट की अनुमति के बाद ही जेल भेजने की कार्रवाई की जायेगी. कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर गिरफ्तार किये गये लोगों को अस्थाई जेल में भी रखा जा सकता है, ताकि कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखे तो उन्हें तुरंत इलाज के लिए ले जाया जा सके. साथ ही दूसरे लोग प्रभावित ना हो सकें.
कानपुर में पिछले तीन दिनों के दौरान कोविड-19 संक्रमण के 60 से ज्यादा मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने तबलीगी जमात के ‘छिपे’ सदस्यों के बारे में सूचना देनेवाले को 10 हजार रुपये नकद इनाम का एलान किया है. कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने ‘छिपे’ बैठे तबलीगी जमातियों के बारे में सूचना देने वाले को 10 हजार रुपये इनाम का एलान किया है. यह फैसला जिले में पिछले तीन दिन के दौरान कोविड-19 संक्रमण के 60 से ज्यादा मामले सामने आने के बाद लिया गया है.
अग्रवाल ने बताया है कि तबलीगी जमात के कार्यक्रमों में शामिल होने के बावजूद कुछ जमाती अब भी छिपे हुए हैं. हमने उनसे बार-बार अपील की है कि वे आगे आएं और प्रशासन को अपनी विदेश यात्राओं, तबलीगी जमात कार्यक्रमों में अपनी मौजूदगी, खुद में कोरोना वायरस के लक्षणों वगैरह के बारे में बताएं. क्योंकि यह ना सिर्फ उनकी जान का बल्कि खुद से जुड़े अन्य लोगों की जान का भी सवाल है. उन्होंने कहा कि अगर जमाती खुद प्रशासन के सामने आते हैं, तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी. मगर यदि किसी अन्य स्रोत से उनके बारे में जानकारी मिली, तो सख्त कार्रवाई होगी. पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि कानपुर में पिछले तीन दिनों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है और संक्रमित व्यक्तियों की कुल तादाद 70 हो गयी है. लगभग सभी मामले या तो जमातियों के हैं, या फिर उनके संपर्क में आये लोगों के हैं.