UP Chunav ADR Report: भारत में चुनाव सुधार के लिए काम करने वाली एडीआर की रिपोर्ट में कई तरह की जानकारियां सामने आती हैं. उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर भी एडीआर की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. इससे पता चलता है कि उत्तर प्रदेश चुनाव के पहले चरण में ना सिर्फ दागी उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं, बल्कि, करोड़पति उम्मीदवारों पर भी राजनीतिक दलों ने दांव लगाया है.
पहले बात करते हैं देश की सात राष्ट्रीय पार्टियों की, जिसमें भाजपा, कांग्रेस, बसपा, एनएसपी, सीपीआई, सीपीएम और टीएमसी हैं. इन पार्टियों की वित्तीय वर्ष 2019-20 संपत्तियों और कर्ज को लेकर एडीआर ने रिपोर्ट तैयार की है. इससे पता चलता है कि सातों पार्टियों की कुल संपत्ति 6988.57 करोड़ रुपए है. देश की 44 क्षेत्रीय पार्टियों की कुल संपत्ति 2129.38 करोड़ आंकी गई है. राष्ट्रीय पार्टियों की बात करें तो उनकी कुल संपत्ति में 69.37 फीसदी हिस्सा बीजेपी के पास है. बीजेपी के पास 4487.78 करोड़ रुपए की संपत्ति है. भाजपा के बाद सबसे ज्यादा 698 करोड़ की संपत्ति बसपा के पास है. कांग्रेस 588 करोड़ के साथ तीसरे स्थान पर है. सीपीएम की संपत्ति 569 करोड़ रुपए है.
अब बात करते हैं यूपी चुनाव से जुड़ी एडीआर की रिपोर्ट की. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के मुताबिक क्षेत्रीय पार्टियों में सबसे ज्यादा अमीर सपा है. सपा की संपत्ति 563.47 करोड़ है. पहले फेज में 623 कैंडिडेट्स में से 615 के हलफनामा से पता चलता है कि 280 उम्मीदवारों ने खुद को करोड़पति घोषित किया है. इसमें आरएलडी के 29 में से 28 और बीजेपी के 57 में 56 कैंडिडेट शामिल हैं.
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RLD — 29 — 28
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BJP — 57 — 56
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BSP — 56 — 50
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SP — 28 — 23
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कांग्रेस — 58 — 32
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AAP — 52 — 22
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अमित अग्रवाल- बीजेपी
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एस के शर्मा- बीएसपी
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राहुल यादव- सपा
अलीगढ़ से बहुजन मुक्ति मोर्चा के कैलाश कुमार और मुजफ्फरनगर से राष्ट्र निर्माण पार्टी की प्रत्याशी प्रीति ने खुद की संपत्ति को शून्य करार दिया है. कहने का मतलब है कि इन उम्मीदवारों के पास कोई भी संपत्ति नहीं है.