Amethi News: अमेठी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का संसदीय क्षेत्र है. यहां से रश्मि सिंह बीजेपी की राष्ट्रीय महिला मोर्चा की सदरस्य हैं. उनका एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें वह मंच से लोगों से कहती हुई नजर आती हैं कि मेरे क्षेत्र में विधायक की नहीं, मेरी चलती है. मैं डरा धमका कर काम कराती हूं.
बीजेपी की राष्ट्रीय महिला मोर्चा की सदस्य रश्मि सिंह का वीडियो वायरल
रश्मि सिंह ने कहा,
– मेरे क्षेत्र में एमएलए की नहीं, मेरी चलती है
-मैं डरा धमका कर काम कराती हूं
-मेरे पिता पुलिस में रहे, पति आईएएस हैं तो मुझे मालूम है कैसे काम कराया जा सकता है.#Amethi @prabhatkhabarup pic.twitter.com/tPDXKt6RV6— Achyut Kumar Dwivedi (@dwivediachyut41) November 12, 2021
वायरल वीडियो में रश्मि सिंह कहती हुई नजर आती हैं कि हमारे पिता पुलिस में रहे, पति आईएएस अफसर हैं तो मुझे मालूम है कैसे काम कराया जा सकता है. वायरल वीडियो 10 नवंबर का बताया जा रहा है. उस दिन रश्मि सिंह थाना संग्रामपुर अंतर्गत गांव भावलपुर में आयोजित ब्राह्मण सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लेने पहुंची थीं, जहां उन्होंने यह बयान दिया.
मंच से लोगों को संबोधित करते हुए रश्मि सिंह कहती हैं, मैं विधायक नहीं हूं, लेकिन मेरे पास जितनी क्षमता है मैं उतना काम करती रहती हूं. वह आगे कहती हैं, पता नहीं लोग कहते हैं कि विधायक की नहीं चलती है, पर मेरी चलती है. मैं डरा धमका कर काम कराती हूं.
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रश्मि सिंह ने कहा कि, मेरे पिता पुलिस में थे. मेरे पति एक आईएएस अधिकारी हैं तो मुझे पता है कि अधिकारियों से कैसे काम कराना हैं. कहां टाइट कराना है. एक मिनट 25 सेकंड के इस वायरल वीडियो में रश्मि सिंह आगे कहती हैं, आप लोगों का आशीर्वाद रहा तो यह अधिकारी कहेंगे कि अमेठी नहीं जाना है, वहां रश्मि सिंह बहुत काम कराती हैं.
बीजेपी की राष्ट्रीयमहिला मोर्चा की सदस्य रश्मि सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का एक झंडा पूरे विश्व में लहराया है. वह आप लोगों से छिपा नहीं है. अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है. पहले गांव में चार घंटे लाइट रहती थी. आज गांव में लाइट की व्यवस्था देख लीजिए. आज घर-घर में खंभे पहुंच गए हैं.
गौरतलब है कि रश्मि सिंह ने 2012 में विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें गायत्री प्रसाद प्रजापति के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद 2017 में भी वह विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन टिकट नहीं मिल पाया. बीजेपी की रानी मौर्य पर बीजेपी ने भरोसा जताया और वह चुनाव जीत भी गईं.