Lucknow News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां और उनके करीबियों के ठिकाने पर बुधवार को हुई छापेमारी को लेकर पूरे दिन सियासी पारा गरम रहा. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे सरकार की कमजोरी से जोड़कर निशाना साधा तो दूसरे नेताओं ने भी भाजपा पर हमला बोला. दूसरी ओर सरकार की ओर से भी भ्रष्टाचार को लेकर पलटवार किया गया.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार जितनी कमजोर होगी, विपक्ष पर छापे उतने बढ़ते जायेंगे. उन्होंने कहा कि आजम खां साहब सच की आवाज हैं. उन्होंने बच्चों के बेहतर भविष्य की नींव रखी है. शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय बनाया. आजम खां हमेशा फिरकापरस्त ताकतों से लड़ते रहे हैं. आज पूरी समाजवादी पार्टी उनकी आवाज के साथ खड़ी है. भाजपा सरकार केंद्रीय संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार का आचरण संविधान विरोधी और लोकतंत्र विरोधी है. भाजपा सरकार विरोधी दलों के नेताओं के खिलाफ लगातार बदले की भावना से काम कर रही है. इससे पहले भी भाजपा ने आजम खां साहब की ईमानदार छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए फर्जी मुकदमे लगाए थे. उन्हें कोर्ट से राहत मिली.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार विपक्षी एकजुटता और इंडिया गठबंधन से डरी हुई है. घोसी विधानसभा उपचुनाव की करारी हार से पूरी भाजपा और बौखला गयी है. सरकार जितनी कमजोर होगी, विपक्ष पर छापे उतने ही बढ़ते जाएंगे. सरकार तानाशाही और केन्द्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग बंद करें. भाजपाई याद रखे तानाशाहों के अहंकार का अंत अवश्य होता है. 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता लोकतंत्र विरोधी, संविधान विरोधी, तानाशाही आचरण वाली भाजपा सरकार को करारा जवाब देगी.
इस पर पलटवार करते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर वे समझते हैं कि विपक्ष के लोग भ्रष्टाचार कर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तो ऐसा नहीं है. अगर सरकार को सूचना मिलेगी तो इनकम टैक्स विभाग को छापा मारने का अधिकार है. अगर कोई संस्था अपनी जांच कर रही हो उस बीच किसी राजनेता का बयान, बाधा, अड़चन, माहौल खराब करने का प्रयास नहीं करना चाहिए.
सपा के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद प्रो. राम गोपाल यादव ने कहा कि ऐसा लगता है दिल्ली में बैठे लोग हताशा में कदम उठा रहे हैं. आजम खान के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार के इशारे पर पहले ही सैकड़ों, फर्जी मुकदमे कायम किए गए हैं. जहां तक इनकम टैक्स के छापे की बात है तो मुझे नहीं लगता की आजम जैसे ईमानदार व्यक्ति के यहां ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए, यह दुखद है.
रामपुर में सपा विधायक नसीर खां के घर पर आयकर की छापेमारी की गई. आजम के हमसफर रिसॉर्ट पर भी आयकर विभाग के अफसरों ने छापेमारी की. सीतापुर में आजम खां के करीबी रीजेंसी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक के यहां भी आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा. दो गाड़ियों से आए आयकर विभाग की टीम ने गहन जांच पड़ताल की.
गाजियाबाद में आजम खां के बेटे अदीब की करीबी एकता कौशिक के राजनगर सेक्टर 9 स्थित आवास पर इनकम टैक्स की टीम ने की छापेमारी. पांच अधिकारियों की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में सर्च शुरू की. इनकम टैक्स विभाग की टीम ने एकता कौशिक के मकान को अंदर से बंद कर लिया. इस दौरान किसी को अंदर या बाहर आने जाने की इजाजत नहीं दी गई. सुबह सात बजे इनकम टैक्स विभाग की टीम पहुंची और जांच पड़ताल की. एकता कौशिक गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के पूर्व जेई परितोष शर्मा की पुत्रवधु है. बताया जा रहा है कि एकता ने बीते एक महीने में जगुआर, मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू गाड़ी भी खरीदी हैं. आजम के बेटे अदीब के साथ एकता कौशिक पढ़ी हैं.
इसी तरह मध्य प्रदेश के विदिशा में भी आयकर विभाग की टीम ने बड़ा बाजार क्षेत्र में रहने वाले समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद रहे स्वर्गीय चौधरी मुनव्वर सलीम के निवास पर छापेमारी की. मुनव्वर सलीम का चार साल पहले निधन हो चुका है. उनके बेटे विदिशा में रहते हैं, जिनके घर पर छापे मारे गए हैं.
बुधवार को आयकर विभाग की टीम चौधरी मुनव्वर सलीम के घर पहुंची. विदिशा के बड़ा बाजार क्षेत्र के डंडापुरा में मुनव्वर सलीम का घर है. वहां सलीम के बेटों के अलावा उनके दो भाई रहते हैं। आयकर की टीम ने उनके घर पहुंचकर भी दस्तावेजों की जांच की. टीम ने स्थानीय पुलिस को सिर्फ शहर में आने की सूचना दी थी. बाहर से लोगों को घर में प्रवेश नहीं दिया गया.
दरअसल छह माह पूर्व आयकर विभाग ने पूर्व मंत्री आजम खां, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के आयकर हलफनामे की फिर से जांच शुरू की थी. आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम की ओर से विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल किए गए आयकर हलफनामे में कई गड़बड़ियां मिली थी. वहीं, तंजीन फातिमा के बैंक खातों में भी तमाम गड़बड़ियां जांच में सामने आई थीं और इन खातों में तमाम संदिग्ध लेन-देन का पता चला था. साथ ही जौहर ट्रस्ट से हुए तमाम संदिग्ध लेन-देन का भी पता चला था. आयकर विभाग और ईडी करीब तीन साल से आजम खां और उनके परिजनों और जौहर ट्रस्ट की गहनता से पड़ताल में जुटा है.
तत्कालीन सांसद आजम खां पर बेनामी संपत्ति और टैक्स में अनियमितता का आरोप वर्तमान विधायक भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने वर्ष 2019 में लगाया था. उन्होंने इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय में शिकायत कर दस्तावेज सौंपे थे. पूरे मामले को देखते हुए केंद्रीय मंत्रालय ने ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को जांच के आदेश दे दिए थे. आरोप था कि सांसद आजम खां ने 2012 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद 560 एकड़ भूमि में जौहर विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य शुरू करवाया.
इसमें नियमों और कानून को ताख पर रखकर सरकारी धन का दुरुपयोग और जमीनों पर कब्जा करने की बात कही थी. इसके अलावा गरीब किसानों एवं अनुसूचित जाति के लोगों की जमीनों को जबरन अपने नाम करवा कर उस पर भवन निर्माण कराने का आरोप था. आजम खां पर ठेकेदारों, उद्योगपतियों से करोड़ों रुपए चंदे के रूप में लेकर काले धन को सफेद करने की भी कोशिश का भी आरोप था. शिकायत में यह भी कहा गया है कि जौहर विश्वविद्यालय में स्थित भवन निर्माण के अंतर्गत किसी भी तरीके का कोई सेस एवं कोई टैक्स नहीं जमा किया गया है.
इससे पहले आयकर विभाग टीमें बुधवार सुबह ही आजम खां के विभिन्न ठिकानों पर पहुंच गई. यह छापेमारी आजम खां से संबंधित अल जौहर ट्रस्ट को लेकर हुई है. आयकर विभाग ने रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर, सीतापुर और लखनऊ में छापेमारी की. राजधानी में पुराने लखनऊ में आजम खां से जुड़े लोगों के ठिकानों पर आयकर विभाग के अधिकारी पहुंचे और जांच पड़ताल की गई.
जानकारी के मुताबिक छापेमारी के वक्त सपा नेता आजम खां अपने रामपुर स्थित आवास पर मिले. इनकम टैक्स की टीम ने उनसे और परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ की. इनकम टैक्स की टीम ने अल जौहर ट्रस्ट से जुड़े विभिन्न दस्तावेज खंगाले. इनकम टैक्स के मामले से जुड़ी कई शिकायतें सामने आने के बाद ये कार्रवाई की गई.
दरअसल इनकम टैक्स की टीम को गड़बड़ी के सबूत मिले थे, इसके बाद योजना के तहत एक साथ तीन राज्यों में छापेमारी की गई. आजम खां के ट्रस्ट से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की गई. इनकम टैक्स की छापेमारी की जानकारी मिलते ही आजम खां के समर्थक उनके घर के पास पहुंचने लगे. उन्होंने आजम खां को बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया. हालांकि इनकम टैक्स की ओर से इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया.
समाजवादी पार्टी ने आजम खां के जौहर ट्रस्ट से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है. पार्टी ने ट्वीट किया कि जनाब आजम खां साहब सच की आवाज हैं. उन्होंने बच्चों के बेहतर भविष्य की नींव रखी, तालीम-शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय बनाया. आजम साहब सदैव फिरकापरस्त ताकतों से लड़ते रहे हैं. आज उनकी आवाज के साथ हम सब एकजुट होकर खड़े हैं.भाजपा सरकार तानाशाही एवं केन्द्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग बंद करे. भाजपाई इतना याद रखे कि तानाशाहों के अहंकार का अंत अवश्य होता है, 2024 में जनता जवाब देगी.
इससे पहले आजम खां के जौहर ट्रस्ट की तरफ से संचालित रामपुर पब्लिक स्कूल भी विवादों में आ चुका है स्कूल की मान्यता को लेकर चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है. फर्जी दस्तावेज के आधार पर मान्यता हासिल करने के आरोप में पुलिस ने 1888 पन्नों की चार्जशीट एमपी-एमएलए कोर्ट में दाखिल की है. इसमें आजम खां सहित उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और एक क्लर्क तौफीक अहमद को आरोपी बनाया गया है.
रामपुर शहर कोतवाली में जिलाधिकारी के आदेश पर वर्ष 2020 में तत्कालीन नगर शिक्षा अधिकारी प्रेम सिंह राणा ने एफआईआर दर्ज कराई थी. इसमें आजम खां और उनकी पत्नी तंजीन फातिमा सहित बेसिक शिक्षा विभाग में क्लर्क तौफीक अहमद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
इसमें आरोप लगाया गया कि रामपुर पब्लिक स्कूल को फायर की मान्यता दी गई थी. इसमें नियमों को ताक में रखते हुए बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया. दरअसल अखिलेश यादव सरकार में तत्कालीन मंत्री आजम खां ने शहर में बच्चों के लिए तीन रामपुर पब्लिक स्कूल खोले थे. इनकी मान्यता 2016 में बेसिक शिक्षा विभाग विभाग के जरिए कराई गई थी. प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार आने के बाद जांच पड़ताल में रामपुर पब्लिक स्कूल की मान्यता में फर्जीवाड़े की बात सामने आई. इसके आधार पर ही एफआईआर दर्ज की गई.
पुलिस ने इस मामले में पहली चार्जशीट 2021 में दाखिल की गई और दूसरी चार्जशीट अब दाखिल की है. 1888 पेज की इस चार्जशीट को तथ्यों के साथ कोर्ट में पेश किया गया. इसके साथ ही 200 पेज की सीडी भी तैयार की गई, जिसमें पूरे केस का विवरण दिया गया.