Mayawati News: पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर डाला. इस मसले पर सियासी संग्राम भी जारी है. बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर एमएसपी की गारंटी देने और किसानों पर दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग की. बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट करके पीएम मोदी से कई मांग की. मायावती ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए. इन ट्विट्स में मायावती ने केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत तो किया, कुछ सलाह भी दे डाली.
मायावती ने ट्वीट में लिखा- ‘देश में तीव्र आंदोलन के बाद तीन विवादित कृषि कानूनों की वापसी की केंद्र सरकार की घोषणा का देर आए दुरुस्त आए यह कहकर स्वागत किया गया, किंतु इसे चुनावी स्वार्थ व मजबूरी का फैसला बताकर भाजपा सरकार की नीयत पर भी शक किया जा रहा है. अतः इस बारे में कुछ और ठोस फैसले जरूरी. इसके लिए किसानों की उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए नया कानून बनाना तथा देश की आन, बान व शान से जुड़े अति गंभीर मामलों को छोड़कर आंदोलित किसानों पर दर्ज बाकी सभी मुकदमों की वापसी आदि करना भी केंद्र सुनिश्चित करे.’
1. देश में तीव्र आन्दोलन के बाद तीन विवादित कृषि कानूनों की वापसी की केन्द्र सरकार की घोषणा का देर आए दुरुस्त आए यह कहकर स्वागत किया गया, किन्तु इसे चुनावी स्वार्थ व मजबूरी का फैसला बताकर भाजपा सरकार की नीयत पर भी शक किया जा रहा है। अतः इस बारे में कुछ और ठोस फैसले जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) November 20, 2021
एक अन्य ट्वीट में मायावती ने केंद्र की मोदी सरकार के साथ ही कांग्रेस की इंदिरा गांधी सरकार पर भी तंज कसा. मायावती ने लिखा- ‘देश ने पहले इंदिरा गांधी की सरकार की तानाशाही और अहंकारी रवैये को झेला है. अब, देश को आशा है कि पहले की तरह स्थिति पैदा नहीं होगी.’ दरअसल, शुक्रवार को पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था.
2. इसके लिए किसानों की उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए नया कानून बनाना तथा देश की आन, बान व शान से जुड़े अति गम्भीर मामलों को छोड़कर आन्दोलित किसानों पर दर्ज बाकी सभी मुकदमों की वापसी आदि करना भी केन्द्र सुनिश्चित करे तो यह उचित होगा।
— Mayawati (@Mayawati) November 20, 2021
इसके बाद से देशभर से केंद्र के फैसले पर नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं. शनिवार को बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर सलाह दी थी कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फैसला लेने के साथ किसानों पर दर्ज एफआईआर वापस ली जाए. वहीं, मायावती ने भी ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार से एमएसपी और एफआईआर पर तुरंत फैसला लेने को कहा है.
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