लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) ने उत्तराखंड में संगठन के कार्यों, पार्टी के जनाधार को बढ़ाने और बीएसपी के मूवमेंट को धार देने के लिए सोमवार को दिल्ली में बैठक की. उत्तराखंड के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ हुई बैठक में उन्होंने राज्य में हाल में हुए विधानसभा उपचुनाव पर चर्चा की. बसपा को उत्तराखंड में मजबूत करने की चर्चा के साथ ही उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस सरकार को अपने निशाने पर रखा.
बहुजनों को खुद अपने पैरों पर खड़ा होना होगा: मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने एक्स पर लिखा है कि उत्तराखंड में भाजपा सरकार की गलत नीतियों व द्वेषपूर्ण कार्यशैली आदि से लोग दुःखी हैं. जिसको लेकर जनता को जागरूक करना है. कांग्रेस भी उनकी गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, असुरक्षा आदि से त्रस्त जीवन का समाधान नहीं है. बहुजनों को खुद अपने पैरों पर खड़ा होना है.
उत्तराखंड के उपचुनाव में बसपा को लगा झटका
उत्तराखंड में हाल ही में हुए उपचुनाव में बसपा को झटका लगा है. मंगलौर सीट से बसपा ने उबेदुर रहमान को चुनाव मैदान में उतारा था. विधायक सरवत अंसारी के निधन से मंगलौर सीट खाली हुई थी. उपचुनाव में सरवत अंसारी के बेटे उबेदुर रहमान को टिकट दिया गया था. लेकिन वो अपनी पिता की सीट बरकरार नहीं रख पाए. यहां कांग्रेस के काजी निजामुद्दीन ने जीत हासिल की थी. 2002 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में बसपा ने यहां सात सीट पर जीत दर्ज की थी. पार्टी को यहां 10.79 प्रतिशत वोट मिले थे.
लोकसभा में पांचों सीट पर बीएसपी ने उतारे थे प्रत्याशी
उत्तराखंड राज्य के गठन के बाद से ही बसपा वहां तीसरी बड़ी पार्टी के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है. 2024 लोकसभा चुनाव में बसपा ने उत्तराखंड की पांचों सीट टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, अल्मोड़ा (सु), नैनीताल उधम सिंह नगर और हरिद्वार से अपने प्रत्याशी उतारे थे.