लखनऊ : उत्तर प्रदेश के 53 जिलों में कोरोना संक्रमित रोगियों का आंकड़ा 1337 पहुंच गया है. राज्य में सामने आये 153 नये मामलों में से 65 आगरा और 33 रायबरेली के मामले शामिल है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार शाम को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में कुल मौतों का आंकड़ा भी 21 पहुंच गया है, इनमें दो मौतें मुरादाबाद और एक मौत अलीगढ़ में संक्रमित रोगी की हुई.
रायबरेली में कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों की संख्या दो से बढ़ कर 35 हो गयी, क्योंकि तबलीगी जमात में शामिल लोगों के संपर्क में आने के कारण अधिक लोग संक्रमित हो गये. अधिकारियों के मुताबिक सोमवार तक जिले में केवल दो रोगी थे. यह दोनों पिछले माह तबलीगी जमात के कार्यक्रम में दिल्ली शामिल होने गये थे. जिस इलाके में यह मामले मिले है, उसे संक्रमित इलाका घोषित कर आसपास के लोगों को पृथक कर दिया गया है.
अधिकारियों के अनुसार, अभी तक 162 कोरोना संक्रमित रोगी ठीक हुए हैं. इनमें से 22 रोगियों को मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी दी गयी है. प्रदेश में कौशांबी और हरदोई में आज कोई मामला सामने नहीं आया है. इस तरह कोरोना वायरस से मुक्त जिलों की संख्या दस हो गयी है. इससे पहले प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को संवादाता सम्मेलन में बताया था कि सोमवार को 3039 नमूने टेस्टिंग हेतु भेजे गये, जिसमें से 2800 नमूनों की जांच की गयी. अब तक 34,285 लोगों के नमूने जांच की गयी, जिसमें से 32,991 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है. 1,242 लोगों को पृथक वार्ड में रखा गया है
अपर मुख्य सचिव गृह और सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया ”आपात सेवा कहां हो, और कहां पर नहीं, इसका निर्धारण चिकित्सा विभाग ने कर दिया है. अगर कहीं कोई बीमार है, तो किसी भी सूरत में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित अस्पतालों के अलावा और कहीं भी न जाएं. किसी भी गैर अनुमोदित अस्पताल के आपात वार्ड में ना जाएं.” उन्होंने कहा ”गैर अनुमोदित अस्पताल के आपात वार्ड में जाने पर उन अस्पतालों से दूसरों को भी खतरा हो सकता है. केवल जहां पर्याप्त सुरक्षा उपकरण और प्रशिक्षित स्टाफ हैं, वहीं इमर्जेंसी की अनुमति दी गयी है. इस बारे में शासनादेश भी जारी हो चुका है.”
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के उपचार के लिए ‘प्लाज्मा थेरेपी’ के बारे में आयी खबरों के मद्देनजर राज्य में भी इस थेरेपी पर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया. मुख्यमंत्री को यह बताया गया कि प्रदेश में दो जगह इस थेरेपी पर काम हो रहा है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ‘टीम-11’ की बैठक में इस बात पर जोर दिया कि पृथक रखे गये लोगों को भी आवश्यक दूरी बनाये रखने की जरूरत है. रायबरेली में पृथक रखे गये लोगों की एक बार निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद दोबारा हुई जांच में वे कोविड-19 संक्रमित पाये गये हैं.
अवस्थी के मुताबिक, योगी ने कहा कि हॉटस्पॉट घोषित किये गये इलाकों में पूरी टेस्टिंग हो और उनके बाहर भी टेस्टिंग करायी जाये. जिन क्षेत्रों में आवश्यकता हो, तो उसमें पूल टेस्टिंग करायी जाये. चूंकि कानपुर में टेस्टिंग का भार ज्यादा है, इसलिये वहां विशेष व्यवस्था की जाये. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में एक करोड़ लोग आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर चुके हैं. यह एक बड़ी उपलब्धि है. ऐप में जो सतर्क कर देने की व्यवस्था है, तो लगभग 200 अलर्ट भी आ चुके हैं. इसका वास्तविक उपयोग भी स्वास्थ्य विभाग और संबंधित जिलाधिकारी करेंगे. साथ ही इस ऐप के उपयोगकर्ताओं के लिए भी यह उपयोगी होगा.