कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने यूपी में चुनाव से पहले आयोग की चिंता बढ़ा दी है. यूपी में फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना है, जिसकी घोषणा जनवरी के पहले हफ्ते में की जा सकती है. वहीं चुनावी तैयारी को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिला अधिकारी से वर्चुअल मीटिंग कर की निर्देश दिए हैं.
जानकारी के अनुसार जिला अधिकारियों की बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यूपी के आगामी विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 के लिए कोविड-19 महामारी के दृष्टिकोण से भी गाइडलाइन के अनुरूप व्यवस्थाओं का आंकलन करने एवं उन्हें समय से पूरा करने के लिए निर्देशित किया. बताया जा रहा है कि कोरोना गाइडलाइन के तहत यूपी में चुनाव कराए जाएंगे.
यूपी अब तक ओमिक्रॉन के खतरे से दूर- बता दें कि यूपी में अभी तक ओमिक्रॉन का केस नहीं आया है. हालांकि सरकार की ओर से कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर टेस्टिंग शुरू कर दी है. यूपी में एयरपोर्ट, बस स्टेशन और रेलवे स्टेशनों पर चेकिंग किया जा रहा है. वहीं भीड़भाड़ वाले इलाकों में फोकस टेस्टिंग के जरिए कोरोना की जांच की जा रही है.
बताते चलें कि कोरोना काल में इससे पहले भी विधानसभा के चुनाव हुए हैं. 2020 में हुए बिहार चुनाव और 2021 में हुए पांच राज्यों के चुनाव के वक्त भी कोरोना पीक पर था. लेकिन आयोग ने इस दौरान समय पर चुनाव कराए. माना जा रहा है कि यूपी सहित पांच राज्यों के चुनाव भी समय पर होंगे.
इधर, यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना खतरे को देखते हुए सरकार की ओर से धारा 144 लगाई गई है. 144 में कहा गया है कि कोई भी धरना-प्रदर्शन वगैरह एक महीने तक नहीं होंगे.