लखनऊ : उत्तर प्रदेश में रविवार को तीन जिलों में छोड़ कर सभी जिलों से कर्फ्यू हटा लिये गये हैं. इनमें दिल्ली एनसीआर में शामिल नोएडा और गाजियाबाद भी शामिल हैं. कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों में कमी आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने कर्फ्यू हटाने का फैसला किया है.
Lucknow along with Meerut, Saharanpur & Gorakhpur to remain under corona curfew as active cases in these districts are above 600: ACS Information Navneet Sehgal
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 6, 2021
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने रविवार को बताया कि प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर और गोरखपुर जिले को छोड़ कर सभी जिलों से कर्फ्यू हटा लिये गये हैं, क्योंकि इन जिलों में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या अब भी 600 से ऊपर हैं.
उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन के कारण औद्योगिक और कारोबारी गतिविधियां कम हो गयी थीं, अब कर्फ्यू हटाये जाने के बाद इनमें तेजी आयेगी. मालूम हो कि उत्तर प्रदेश सरकार के तय मानदंड के अनुरूप 600 से कम कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले होने के बाद कर्फ्यू हटाने का फैसला किया गया है.
जिन जिलों से कर्फ्यू हटा लिये गये हैं, वहां दुकानों को अब सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक खोलने की अनुमति होगी. साप्ताहिक लॉकडाउन जारी रहेगा. वहीं, धार्मिक स्थलों पर पांच से अधिक लोगों को जाने की अनुमति नहीं होगी. हालांकि, अंतरराज्यीय यात्रा पर प्रतिबंध नहीं होगा.
इसके अलावा रेस्तरां और होटलों में बैठ कर खाने की अनुमति नहीं होगी. केवल खाना पहुंचाने और ले जाने की अनुमति होगी. स्कूल, स्विमिंग पूल, सिनेमा हॉल आदि खोले जाने को लेकर अभी तक सरकार ने कोई निर्देश जारी नहीं किये हैं. रविवार को बाजार बंद होने के कारण प्रतिबंधों में सोमवार से ढील दिये जाने की उम्मीद है.
मालूम हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एंड ट्रीट’ की नीति कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में उपयोगी सिद्ध हो रही है. इससे कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी रेट में कमी और रिकवरी रेट में लगातार वृद्धि हो रही है.
साथ ही उन्होंने कहा है कि प्रदेशवासियों की कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए निगरानी समितियों द्वारा स्क्रीनिंग के बाद लक्षण युक्त और संदिग्ध संक्रमितों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है. यह व्यवस्था प्रभावी ढंग से संचालित रहे.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने ब्लैक फंगस के संक्रमितों को जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं. मरीजों के इलाज के लिए केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी दवाओं के अलावा विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार वैकल्पिक दवाओं की भी शीघ्र व्यवस्था कर मरीजों को उपलब्ध करायी जाये.