उत्तर प्रदेश में धनतेरस से लेकर दिवाली तक उपभोक्ताओं को बिजली कटौती से नहीं जूझना पड़ेगा. इस दौरान सभी निगमों में 24 घंटे कंट्रोल रूम में वरिष्ठ अधिकारी तैनात रहेंगे, जहां भी किसी तरह की समस्या होगी तत्काल निस्तारण किया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष डा. आशीष गोयल ने सभी डिस्कॉम के प्रबंध निदेशकों, मुख्य अभियंताओं सहित विद्युत निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी क्षेत्रों को कटौती मुक्त रखने के लिए व्यापक तैयारी की जाए. स्थानीय स्तर पर विद्युत आपूर्ति में आने वाले अवरोधों को भी कम से कम समय में ठीक किया जाए. कारपोरेशन स्तर पर पूर्व अनुमानित विद्युत मांग के अनुरूप विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. साथ ही उपभोक्ताओं के विद्युत आपूर्ति से संबंधित शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए सभी वितरण वितरण निगमों में 24 घंटे कंट्रोल रूम सक्रिय रखें. ताकि उपभोक्ता अपनी विद्युत समस्या की शिकायत दर्ज करा सके और शिकायत का तत्काल निस्तारण हो सके. उन्होंने आगे बताया कि कॉरपोरशन मुख्यालय पर भी कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की जाएगी. ये अधिकारी पूरे प्रदेश की स्थिति की निगरानी करेंगे. सभी वितरण परिवर्तकों में तेल की स्थिति, लोड बैलेसिंग, उचित क्षमता के फ्यूज एवं अर्थिंग की जांच आदि कर लिया जाए. विद्युत संबंधी शिकायतों के निस्तारण के लिए टोल फ्री नम्बर 1912 पर संपर्क किया जा सकता है.
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पावर कारपोरेशन लि0 मुख्यालय 0522-2288737, 0522-2288738 विद्युत वितरण निगम लि वाराणसी 0542-2300105, 0542-2300106, 0542-2300107, 0542-2300108, 0542-2300136
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मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लि0 लखनऊ 0522-2209627-4950397
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विद्युत वितरण निगम लि0 आगरा 9412719627,
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विद्युत वितरण निगम लि0 मेरठ 9412749213, 01212664994, 01214058810, 01214051340,
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विद्युत वितरण निगम लि0 केस्को 8189045259, 8189045257
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आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की प्रमुख योजना ‘अटल मिशन फॉर रिजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन’के तहत ‘महिलाओं के लिए पानी, पानी के लिए महिलाएं’अभियान शुरू की गई है. इसे ‘जल दिवाली’ के रूप में 07 नवंबर से 09 नवंबर, 2023 तक चलाया जायेगा. इस योजना में मंत्रालय के राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) की भी भागीदारी रहेगी. महिलाओं के लिए जल, जल के लिए महिलाएं अभियान और जल दिवाली के पहले चरण में राष्ट्रव्यापी रूप से 15,000 से अधिक स्वयं सहायता समूह महिलाओं की अपेक्षित भागीदारी के साथ आयोजित किया जा रहा है. इस अभियान का उद्देश्य जल शासन प्रणाली में महिलाओं को शामिल करने के लिए एक मंच प्रदान करना है.
उन्हें अपने-अपने शहरों में जल उपचार संयंत्रों (डब्ल्यूटीपी) के दौरे के माध्यम से जल उपचार प्रक्रियाओं के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान की जाएगी. संयंत्रों के दौरों से उन्हें घरों में स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल पहुंचाने में प्रयुक्त महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को स्पष्ट रूप से देखने का अवसर मिलेगा. इसके अलावा, महिलाओं को जल गुणवत्ता परीक्षण प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी उपलब्ध होगी जो यह सुनिश्चित करती है कि नागरिकों को अपेक्षित गुणवत्ता का जल उपलब्ध हो. इस अभियान का व्यापक लक्ष्य जल बुनियादी ढांचे के प्रति महिलाओं में स्वामित्व और अपनेपन की भावना को विकसित करना है. बता दें कि प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, मथुरा, बाँदा, मिर्ज़ापुर, झाँसी, महोबा, उन्नाव, चित्रकूट, फ़िरोज़ाबाद एवं आगरा के 20 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को चिन्हित कर जल दिवाली का आयोजन कराना सुनिश्चित किया गया है.