Mathura News: उत्तर प्रदेश के मथुरा वृंदावन जनपद में आने वाले पर्यटक अब हेलिकॉप्टर से तीर्थस्थलों का दर्शन कर सकेंगे. इसके साथ ही ताजनगरी के लिए भी हेलिकॉप्टर सेवा का लाभ उन्हें मिलेगा. इसकी कवायद शुरू हो चुकी है. आगरा और मथुरा में भ्रमण के लिए हेलिकॉप्टर सेवा शुरू करने की तैयारी पूरी हो गई है. दोनों जगह हेलीपोर्ट तैयार हो गए हैं. इसका संचालन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप यानी पीपीपी मोड पर कराया जाएगा. पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की उपस्थिति में पर्यटन भवन में मेसर्स राजस एयरो स्पोर्ट एंड एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं. पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर 25 दिसंबर को इसके उद्घाटन की संभावना है. इन स्थलों पर हेलीपोर्ट की सुविधा से देशी-विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को हवाई सेवा का अवसर मिलेगा. इससे सैलानियों की संख्या बढ़ेगी, स्थानीय स्तर पर गतिविधिया बढ़ेंगी, रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे. उन्होंने कहा कि अगले चरण में प्रदेश के अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों लखनऊ, कपिलवस्तु, अयोध्या, वाराणसी और नैमिषारण्य पर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर इसके संचालन के लिए संस्था चयन की प्रकिया चल रही है.
बताया जा रहा है कि पहले सिक्स प्लस वन सीटर हेलिकॉप्टर का संचालन किया जाएगा. जरूरत के हिसाब से यह संख्या बढ़ सकती है. मथुरा में तीन प्रकार की सेवा दी जाएगी. पहली हवाई परिक्रमा मथुरा, दूसरी पूरे मथुरा का हवाई भ्रमण और तीसरी कनेक्टिविटी भ्रमण. देश में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब किसी धार्मिक स्थल की एयर परिक्रमा की शुरुआत हो रही है. इसी तरह आगरा में एयर सफारी आगरा के तहत भ्रमण कराया जाएगा. आगरा में विदेशी पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी दी जाएगी. अल्ट्रा लग्जरी सुविधाओं के तहत पर्यटक हेलिकॉप्टर से सीधे आगरा आ सकते हैं. साथ ही हाट एयर बैलून की भी सुविधा दी जाएगी. ताजमहल एयर सफारी भी पहली बार कराई जाएगी.
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पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि यूपी पर्यटन के सेक्टर में बहुत ही तेजी से विकास कर रहा है. घरेलू पर्यटन के मामले में अभी हम देश में पहले स्थान पर हैं. विदेशी पर्यटकों मामले में भी यह उपलब्धि हासिल करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश में आगरा ऐसी जगह हैं जहां विदेशी पर्यटक सबसे ज्यादा है. आगरा के नजदीक भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा स्थित हैं. पर्यटकों की आवश्यकताओं और विशिष्ट सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हेलिकॉप्टर सेवा शुरू की जा रही है. पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर संचालन के लिए मेसर्स राजस एयरोस्पोर्ट एंड एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड को 30 वर्ष की लीज पर दिया जा रहा है.
इस बीच कान्हा की नगरी मथुरा में एक बार फिर द्वापरयुगीन पौधों से लहलहाती-खिलखिलाती नजर आएगी. सुप्रीम कोर्ट से विलायती बबूल, कीकड़ जैसे पौधों को हटाकर कदंब, बरगद, पलाश जैसे पेड़ लगाने की अनुमति मिल गई है. जस्टिस संजय कौल की बेंच ने इसे मंजूरी दी है. ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ नागेंद्र प्रताप ने बताया कि वन विभाग ने वन क्षेत्रों के ईको रेस्टोरेशन के लिए सर्वोच्च न्यायालय में आवेदन दाखिल किया था. इसे लेकर जस्टिस संजय किशन कौल ने अनुमति दे दी है. इसके तहत विलायती बबूल हटाए जाएंगे. इनकी जगह कृष्णकालीन देशज प्रजातियों देसी कदम्ब, तमाल, वरना, पीपल, पाकड़, बरगद, पीलू, खिन्नी, जामुन, आम, शीशम, कैथा और टेसू आदि के वृक्षों को प्रतिस्थापित किया जाएगा.