लखनऊ: गाजीपुर (Ghazipur News) मरदह क्षेत्र के में एक मिनी बस हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गई. इससे बस में आग लग गई. इससे बस में बैठे 6 लोग जिंदा जल गए. बताया जा रहा है कि मऊ से बस बारात लेकर मरदह जा रही थी. बस में 38 लोग सवार थे. मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है. आरोप है कि पुलिस ने मुख्य मार्ग से जाने नहीं दिया. इसके चलते ड्राइवर बस को कच्चे मार्ग से ले रहा था. तभी ये हादसा हुआ. CM योगी ने मृतकों के परिजनों को पांच – पांच लाख रुपये और गंभीर घायलों को पचास हज़ार देने के निर्देश दिए हैं. सभी का निःशुल्क उपचार कराया जाएगा. वहीं सीएम के निर्देश पर गाजीपुर पहुंचे मंत्री एक शर्मा ने बिजली विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित किया है. साथ ही एक की सेवाएं समाप्त कर दी हैं.
मुख्य रास्ते पर जाने से पुलिस ने रोका
सूत्रों के अनुसार गाजीपुर के बरेसर थाना क्षेत्र से बारात महाहर धाम मंदिर आई थी. लेकिन इस मंदिर में तीन दिन से मेला चल रहा था. इसके चलते पुलिस प्रशासन ने बस को मुख्य रास्ते से जाने नहीं दिया. इस पर दुल्हन के परिवारीजन और अन्य लोग बस से उतर गए. बस मंदिर जाने के लिए कच्चे रास्ते से आगे बढ़ी तो हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गई. जिससे उसमें आग लग गई. सरकार से मिली जानकारी के अनुसार गाजीपुर के मरदह थाना के 400 मीटर के पास एचटी तार के संपर्क में आने से बस में आग लग गई थी. जिसमें कुल 5 लोगों की मौत हो गयी है. 10 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. जिसमें 03 बच्चे और 02 महिलाएं है.
तार को ठीक करने की ग्रामीणों ने की थी शिकायत
बताया जा रहा है कि बस सीएनजी की थी, इसलिए उसमें आग तेजी से लगी. ग्रामीणों का कहना है कि हाई टेंशन तार को सही करने के लिए बिजली विभाग से कई बार कहा गया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. यदि ग्रामीणों की शिकायत पर तार ठीक करा दिया जाता तो हादसा नहीं होता.
एक्सईएन, एसडीओ, जेई निलंबित, एक बर्खास्त
उधर ऊर्जा मंत्री ने बस हादसे पर दुःख व्यक्त करते हुए मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करने एवं परिजनों को संबल देने की ईश्वर से प्रार्थना की है. उन्होंने इस घटना के बाद सख्त कार्रवाई करते हुए बिजली विभाग के संबंधित अधिशासी अभियंता मनीष, एसडीओ संतोष चौधरी, जेई प्रदीप कुमार राय को निलंबित करने और लाइनमैन नरेंद्र (संविदा कर्मी) की सेवा समाप्ति के निर्देश दिए हैं. उन्होंने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी, मंडलायुक्त, ज़िलाधिकारी एवं अधीक्षण अभियंता से बात की. सभी अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाते हुए, घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था सहित प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का निर्देश दिया है. वो पीड़ित परिवारों से स्वयं मिलने के लिए गाजीपुर और मऊ पहुंचे.