लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने आजमगढ़ लोकसभा (Azamgarh Lok Sabha) सीट जीतने की कवायद शुरू कर दी है. बसपा से 2019 में प्रत्याशी रहे गुड्डू जमाली (Guddu Jamali) बुधवार को सपा में शामिल हो गए. 2019 लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ से शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को 2.66 लाख वोट मिले थे. इसके चलते समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी धर्मेंद यादव 8679 वोट से दिनेश लाल यादव निरहुआ से हार गए थे. इस बार अखिलेश यादव फिर से आजमगढ़ से चुनाव लड़ सकते हैं, इसलिए उनकी जीत को आसान बनाने के लिए ये कवायद हो रही है.
मुलायम सिंह यादव और अखिलेश जीत चुके हैं आजमगढ़ से
आजमगढ़ की सीट समाजवादी पार्टी की पारंपरिक सीट कही जाती है. 2014 में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने बीजेपी के बाहुबली नेता रमाकांत यादव को हराया था. 2019 में यहां से समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव जीते. उन्होंने बीजेपी के दिनेश लाल यादव निरहुआ को हराया था. इसके बाद 2023 में अखिलेश यादव के सीट छोड़ देने से आजमगढ़ में उपचुनाव हुए. इसमें दिनेश लाल यादव निरहुआ ने सपा के धर्मेंद्र यादव को 8678 वोटों के मामूली अंतर से हरा दिया था.
उपचुनाव हार गए थे सपा के धर्मेंद्र यादव
दिनेश यादव इस चुनाव में 312768 वोट मिले थे. धमेंद्र यादव को 304089 वोट मिले थे. इस चुनाव में तीसरे स्थान पर बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली थे, उन्हें 266210 वोट मिले थे. माना जा रहा है कि मुस्लिम वोट कटने से धर्मेंद्र को हार का सामना करना पड़ा था. गुड्डू जमाली के सपा में आने से 2024 में आजमगढ़ सीट से सपा की राह आसान हो सकती है.