लखनऊ. उत्तर प्रदेश में H3N2 इंफ्लूएंजा को लेकर एडवाइजरी जारी किया गया है. यूपी में बढ़ते H3N2 वायरस को देखते हुए योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार अलर्ट हो गई है. यूपी में जारी एडवाइजरी में इंफ्लुएंजा संक्रमित मरीजों के ऑक्सीजन लेवल की निगरानी की बात की गई है. एडवायजरी में ऑक्सीजन लेवल 90 से नीचे होने पर तुरंत भर्ती करने का निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही इंफ्लूएंजा की जद में आने वाले मरीजों को ओसेल्टामिविर दवा देने की बात कही है. राज्य सरकार ने जिला अधिकारियों से इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को ज्यादा सावधान रहने के निर्देश दिए गए हैं. इसको अलावा बच्चों और बूढ़ों को भी अधिक सावधानी बरतने की बात कही गयी है. केंद्र की ओर से एडवाइजरी मिलने के बाद उत्तर प्रदेश में इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है. इंफ्लूएंजा की जद में आने वाले मरीजों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 6 महीने से 8 साल के बच्चों और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है. इन लोगों को रिस्क कैटेगरी में शामिल करते हुए टीका लगाने के निर्देश दिए गए हैं.
एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. हर जिले में एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, एक चिकित्सक, एक महामारी विशेषज्ञ, एक रोगविज्ञानी, एक प्रयोगशाला तकनीशियन और एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट की एक टीम बनाई गई है. इन्फ्लूएंजा होने पर मरीजों को ओसेल्टामिविर दवा दी जाएगी. पहले से बने आइसोलेशन वार्ड में 2 बेड के बीच कम से कम 1 मीटर की दूरी रखने के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा से निपटने के लिए टोल फ्री नंबर 18001805145 भी जारी किया गया है. स्टेट कंट्रोल रूम के इस नंबर पर फोन कर इंफ्लुएंजा से संबंधित जानकारी और मदद आसानी से ली जा सकती है.
Also Read: आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा और उनके सहयोगी बरेली में नजरबंद, जानें यूपी पुलिस ने क्यों की ऐसी कार्रवाई
कानपुर में बच्चों पर फ्लू का काफी असर देखा जा रहा है. बीते 24 घंटों में न्यूमोनाइटिस के शिकार आठ बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हैलेट अस्पताल के मैटरनिटी ब्लॉक में बने पीआईसीयू में बच्चों को भर्ती कराया गया है. मैटरनिटी ब्लॉक 100 बेड के बाल रोग में क्षमता से ज्यादा बच्चे भर्ती होने से पीआईसीयू खोला गया है. सभी बच्चों को तेज बुखार के साथ सांस लेने में दिक्कत हो रही है. बाराबंकी में भी इन्फ्लूएंजा एच-3एन-2 के लक्षण वाले मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.