उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के काफिले से मारे गए चार किसानों के लिए अंतिम अरदास अब से कुछ देर बाद शुरू होगी. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के एक पदाधिकारी ने कहा कि किसी भी नेता को अंतिम अरदास में मंच साझा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, वहां केवल संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मौजूद रहेंगे. जिस स्थान पर हिंसा हुई थी उसके समीप ही अंतिम अरदास का आयोजन किया जा रहा है. वहीं अरदास में शामिल होने के लिए प्रियंका गांधी लखीमपुर पहुंच गई हैं.
जानकारी के मुताबिक किसान संगठन द्वारा तिकुनिया इलाके में किसान गुरविंदर सिंह, दलजीत सिंह, लवप्रीत सिंह और नक्षत्र सिंह का आज अंतिम अरदास किया जाएगा. संगठन की ओर से घटनास्थल के पास ही अंतिम अरदास किया जाएगा. इधर, जयंत चौधरी ने दावा किया है कि पुलिस ने उन्हें लखीमपुर जाने से रोक दिया है. हालांकि अब जयंत चौधरी बरेली एयरपोर्ट से लखीमपुर की ओर रवाना हो गए हैं.
#लखीमपुर_खीरी में किसान के अंतिम अरदास में शामिल होना चाहता हूँ। लेकिन मुझे बरेली हवाई अड्डे पर ही रोक लिया गया है और लाउंज में बैठा दिया है! pic.twitter.com/EObfSXxEeG
— Jayant Singh (@jayantrld) October 12, 2021
किसान मोर्च की चेतावनी ने सरकार की बढ़ाई टेंशन– इधर, किसान मोर्चा की ओर से लखीमपुर हिंसा को लेकर दी गई चेतावनी के बाद से सरकार हरकत में है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने पिछले दिनों 18 तारीख तक सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी थी. वहीं लखीमपुर में डीआईजी सहित 10 आईपीएस अफसरों की तैनाती की गई है.
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बता दें कि किसान संघों ने प्रेस वार्ता कर कहा कि अगर सरकार 11 अक्टूबर तक उनकी मांगों को नहीं मानती है, तो वे मारे गए किसानों की अस्थियों को लेकर लखीमपुर खीरी से ‘शहीद किसान यात्रा’ निकालेंगे. मोर्चा ने 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक देश भर में ‘रेल रोको’ आंदोलन और 26 अक्टूबर को लखनऊ में ‘महापंचायत’ करने का आह्वान किया है.