गाजीपुर: पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को (Lok Sabha Election 2024) गाजीपुर में थे. यहां उन्होंने समाजवादी पार्टी के कार्यकाल पर जमकर हल्ला बोला. प्रधानमंत्री ने कहा कि सपा के दौर में उत्तर प्रदेश में ये हाल था कि माफिया लालबत्ती में घूमते थे, खुली जीप में कानून को चेतावनी देते थे. विरोधियों को खुलेआम गोलियों से भून दिया जाता था. दंगों को यूपी की पहचान बना दिया गया था. सपा की सरकार में हर महीने 2-3 दंगे होते थे, इसका नुकसान गरीबों को होता था. दुकानदारों, कारोबारियों को होता था. अब योगी आदित्यनाथ की सरकार में दंगे भी बंद हैं और दंगाई भी बंद हैं.
गाजीपुर के हर घर से जांबाज निकलते हैं
पीएम मोदी ने कहा कि गाजीपुर आना ऐसा ही है जैसे बगल के मोहल्ले में आ गए. मैं भी प्रचार करने नहीं आया हूं, अपनी माताओं-बहनों और आप सबका आशीर्वाद लेने आया हूं. गाजीपुर का सामर्थ्य क्या है ये हमारे देश की सीमाओं को पता है. ये पराक्रम और शौर्य की गाथाएं बताती हैं. हर घर से जहां जांबाज निकलते हो, ये गौरव गाजीपुर के अलावा किसी और को मिला होगा क्या? पूरा देश इस मिट्टी का ऋणी है.
गाजीपुर के साथ कांग्रेस ने विश्वासघात किया
उन्होंने कहा कि कैसे इंडी वालों ने गाजीपुर के साथ विश्वासघात किया. आजादी के बाद कांग्रेस वालों ने कसम खा ली थी कि इस क्षेत्र का विकास नहीं करेंगे. पुराने लोगों को पता होगा, यहां की तकलीफ को सबसे पहले नेहरू जी को बताया था. यहां के लोग गोबर से गेहूं बीनकर खाते हैं. लेकिन कांग्रेस ने यहां लोगों की आंख में धूल झोंकने के लिए पटेल आयोग बनाया. रिपोर्ट आई और फाइल धूल खा रहे हैं. हमारी सरकार गरीब को मुफ्त राशन दे रही है. कोरोना ने भी गरीब को भूखा नहीं रहने दिया. मुफ्त राशन की योजना पर मोदी लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है. जिससे किसी गरीब को वो परेशानी न उठानी पड़े जो उसने कांग्रेस सपा के राज में उठायी है. इंडी गठबंधन वालों को कभी भी आपकी परवाह नहीं होगी.
काम लटकाने और हक मारने में कांग्रेस को महारथ हासिल
कांग्रेस कैसे सरकारें चलाती थी, ताड़ी घाट पुल का शिलान्यास हुआ और 6 दशक तक काम लटका रहा. इंडी गठबंधन की सरकारें आई और पुल नहीं बना. पुल तब बना जब आपने मोदी को सेवा का अवसर दिया. इसका उद्घाटन का मौका मुझे मिला. काम लटकाने और हक मारने में कांग्रेस को महारथ हासिल है. इन्होंने हमारे सेना के वीर जवानों को वन रैंक वन पेंशन तक नहीं मिलने दी. वन रैंक वन पेंशन तब लागू हुई, जब मोदी आया. हरियाणा के रेवाड़ी की पहली रैली में वन रैंक वन पेंशन देने की घोषणा की थी. वन रैंक वन पेंशन लागू करने में सवा लाख करोड़ रुपये खाते में जमा करा दिए गए. कांग्रेस का वन रैंक वन पेंशन के लिए 500 करोड़ रुपये जमा कराना पूर्व सैनिकों का अपमान है.