लखनऊ: महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम का विकास किया जाएगा. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होगा. जो फेशियल रिकग्नीशन बेस्ड मोबाइल एप के जरिए काम करेगा. प्रयागराज मेला प्राधिकरण की जरूरतों के हिसाब से उत्तर प्रदेश सिस्टम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीडेस्को) इसे विकसित करेगा.
14 जनवरी 2025 से शुरू होगा महाकुंभ
महाकुंभ 14 जनवरी 2025 से शुरू होगा. मेला के आयोजन में मात्र 6 महीने का ही समय बचा है. इस आयोजन में विश्व भर से करोड़ों श्रद्धालु शामिल होते हैं. मेले में हजारों सरकारी कर्मचारियों-अधिकारियों के रेगुलर अटेंडेंस के लिए एआई बेस्ड मोबाइल एप 4 चरणों में पूरा किया जाएगा. पहले चरण में किक ऑफ प्रेजेंटेशन व टीम मोबलाइजेशन प्रक्रिया पूरी की जाएगी. इस प्रक्रिया को कार्यावंटन के बाद 7 दिनों के भीतर पूरा करना होगा. दूसरे चरण में डिजाइन, डवलपमेंट, इंप्लिमेंटेशन, कॉन्फिगरेशन और एप्लिकेशन की टेस्टिंग प्रक्रिया होगी. इसमें इंसेप्शन रिपोर्ट, प्रोजेक्ट प्लान, सॉफ्टवेयर रिक्वायरवमेंट स्पेसिफिकेशन (एसआरएस), कैपेसिटी बिल्डिंग प्लान, केस टेस्टिंग, कॉन्फिगरेशन रिपोर्ट, डिप्लॉयमेंट, टेस्टिंग व कमीशनिंग प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा.
प्रत्येक विभाग अपने कर्मचारी अधिकारी की मॉनीटरिंग करेगा
डिप्लॉयमेंट, टेस्टिंग व कमीशनिंग प्रक्रिया को पूरा करने के बाद गो लाइव रिपोर्ट व यूजर एक्सेप्टेंस टेस्टिंग (यूएटी) प्रक्रिया पूरी की जाएगी और एप रोलआउट होगा. कार्यावंटन के बाद 25 दिनों के भीतर निर्धारित एजेंसी को इस प्रक्रिया को पूरा करने की डेडलाइन रखी गई है. चौथी चरण में रेगुलर ऑपरेशन व मेंटिनेंस प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा. महाकुंभ के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त अटेंडेंस सिस्टम पहले से मौजूद डेटाबेस से ली गई छवि की चयनित चेहरे की विशेषताओं की तुलना करके लाइव वातावरण से किसी व्यक्ति की स्वचालित पहचान और सत्यापन में मदद करेगा. प्रत्येक विभाग एक नोडल अधिकारी करेगा. जो अपने-अपने विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मॉनिटरिंग करेगा.