Marriage Dates 2023: गुरु के उदय होने के साथ ही मांगलिक कार्य शुभ मुहूर्त में शुरू हो जाएंगे. इसके साथ ही बैंड बाजा बारात और शहनाइयां बजने लगेंगी. लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में इस कारोबार से जुड़े लोग कई दिनों से सहालग शुरू होने का इंतजार कर रहे थे. वहीं अब शादियों के लिए बैंक्वेट हॉल, होटल, सामुदायिक भवन आदि के लिए लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी. हालांकि कई लोगों ने इस समस्या से बचने के लिए पहले से ही अपनी बुकिंग करा ली थी.
ज्योतिषाचार्य जितेंद्र शास्त्री के मुताबिक इस बार मार्च माह के शुरुआती दिनों से शुभ मुहूर्त समाप्त हो गया था. वहीं अब मई और जून माह में मिल रहे शुभ मुहूर्त पर अलग-अलग तारीख में लोग शादी समारोह से लेकर अन्य शुभ कार्य करा सकेंगे. 30 अप्रैल को वैशाख शुक्ल पक्ष दशमी है. इससे पहले गुरु का उदय 29 अप्रैल की रात 8:58 बजे हो गया. इसके साथ ही अब तक जो मांगलिक कार्य रुके हुए थे, वह अब फिर शुभ मुहूर्त पर संपन्न किए जा सकेंगे.
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सहित अन्य स्थानों में विवाह के लिए शुभ वैवाहिक मुहूर्त तीन मई से हैं. हालांकि कुछ जगह दो मई को भी वैवाहिक आयोजन कराए जाएंगे. 30 अप्रैल से आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी से देवशयनी एकादशी 29 जून तक समय शुभ रहेगा. इसके बाद 23 नवंबर से 15 दिसंबर तक ग्रह गणना के मुताबिक मांगलिक कार्यों के मुहूर्त मिलेंगे.
भगवान विष्णु का शयन 29 जून को होने के बाद मांगलिक कार्यों पर एक बार फिर विराम लग जाएगा. इसके बाद विष्णु भगवान के नवंबर माह में जागृत होते ही पुन: शादी और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त हैं. ज्योतिष शास्त्र में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का होना बेहद जरूरी है. वर के लिए सूर्य ग्रह और वधू के लिए बृहस्पति ग्रह की स्थिति देखना बेहद महत्वपूर्ण होता है. वर वधू की कुंडली मिलान के साथ शुभ मुहूर्त पर विवाह से दोनों का जीवन मंगलमय होता है.
मई : 3, 6, 8, 9, 10, 11, 15, 16, 20, 21, 22, 29, 30
जून: 1, 3, 5, 6, 7, 11, 22, 23, 26
नवंबर: 23, 24, 27, 28 और 29
दिसंबर: 5, 6, 7, 8, 9, 11 और 15