मथुरा वृंदावन में राधा अष्टमी पर दर्शन करने आए दो श्रद्धालुओं की शनिवार सुबह में दम घुटने से मौत हो गई. ये दुर्घटना लाडली जी के मंदिर में अभिषेक-पूजन के दौरान हुई. उनके शव को पुलिस ने कब्जे में लिया है. बाकी लोगों को सुरक्षित परिसर से बाहर निकाला जा रहा है. मृतकों में महिला इलाहाबाद की रहने वाली थी, वहीं पुरुष की शिनाख्त नहीं हो सकी है. मृत महिला के परिजनों का कहना है की भीड़ के कारण उन्हें अस्पताल पहुंचने में देरी हुई, जिसके कारण महिला को समय पर इलाज नहीं मिल सका और उनकी मौत हो गई.
दरअसल, इलाहाबाद से श्रद्धालुओं की एक बस तीर्थ यात्रा के लिए मथुरा वृंदावन आई थी. जिसमें इलाहाबाद के पीरगंज की तंबाकू वाली गली निवासी 60 वर्षीय राजरानी अपने परिवार के साथ आई थीं. परिजनों ने स्वास्थ्य केन्द्र पर बताया कि उन्हें शुगर की बीमारी थी. बरसाना में वे जहां ठहरे थे, वहां शनिवार सुबह राजरानी की तबीयत बिगड़ने पर वे उन्हें चिप्स खिलाने के लिए धर्मशाला से बाहर बाजार में लाए थे. वहां चिप्स खाते-खाते तबीयत और बिगड़ गई. परिजनों ने बताया उन्हें राजरानी को अस्पताल ले जाने के लिए बड़ी मुश्किल से एक रिक्शा मिला. भीड़ इतनी अधिक थी कि अस्पताल पहुंचते-पहुंचते बहुत समय लग गया और चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इसके अलावा बस स्टैंड के निकट एक अज्ञात व्यक्ति पड़ा हुआ मिला. उसे स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी है. सूचना पर सह नोडल अधिकारी डा. भूदेव सिंह भी अस्पताल पहुंच गए. चिकित्सकों ने संभावना व्यक्त की है कि शुगर घटने या बढ़ने से तबियत खराब हुई होगी. सीएमओ डा. एके वर्मा ने बताया कि दो लोगों की मृत्यु हो गई है. नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. अशोक कुमार ने बताया कि दोनों को मृत अवस्था में लाया गया था.
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राधाष्टमी आज 23 सितंबर को बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाई जा रही है. मथुरा-वृंदावन में देशभर से श्रद्धालुओं का आगमन 22 सितंबर से ही शुरू हो गया था. 23 सितंबर यानी शनिवार की सुबह करीब चार बजे राधाजी जन्म के साथ उनका अभिषेक किया जा रहा था. लाडली जी के दर्शन-पूजन के लिए लोग पहुंच रहे थे. यहां अनुमान से अधिक भीड़ पहुंच गई थी. करीब 2 लाख श्रद्धालुओं की मौजूदगी होने पर अचानक भक्तों की भीड़ के बीच शोर मचने लगा. कुछ लोगों के दम घुटने की बात सामने आई. 1 महिला समेत 2 श्रद्धालु बेहोश हो गए. इसके बाद मथुरा एसएसपी शैलेश पांडेय समेत प्रशासकीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में पिछले साल कृष्ण जन्माष्टमी पर हादसे से प्रशासन ने सबक नहीं लिया. पिछले साल कृष्ण जन्माष्टमी पर भी ऐसे ही लापरवाही की गई. जिसमें बांके बिहारी परिसर के अंदर ही 2 भक्तों का दम घुट गया था. राधाष्टमी पर हुए हादसे के बाद लोगों के आरोप हैं कि पुलिस ने रस्सी डालकर लोगों को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन उससे कुछ स्पॉट पर लोगों का दबाव ज्यादा हो गया. इसी वजह से ये हादसा हुआ. वहीं, प्रशासन की तरफ से बीमारी के चलते मौत होने की बात कही जा रही है.