NIA Raid in UP: उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में एनआईए (NIA) ने बुधवार को प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े अन्य संगठनों के ठिकानों पर छापेमारी की. ये छापेमारी राजधानी लखनऊ सहित सीतापुर, बहराइच, हरदोई और बाराबंकी जनपद में की गई. एनआईए की टीम पैरा मिलिट्री फोर्स और महिला पुलिस कर्मियों के साथ इन संगठनों के ठिकाने पर पहुंची और छापेमारी की. एक साथ हुई छापेमारी से हड़कंप मच गया. एनआईए की टीम अचानक छापेमारी के लिए पहुंची और पीएफआई से जुड़े संगठनों के लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी. जानकारी के मुताबिक राजधानी लखनऊ में मदेगंज के बड़ी पकरिया इलाके में एक ही मोहल्ले के तीन घरों में एनआईए ने छापेमारी की. इस दौरान वहां रहने वाले लोगों से पूछताछ की गई. एनआईए की टीम ने पीएफआई और उससे संबंधित संगठनों को लेकर गहन जांच पड़ताचल की और दस्तावेज खंगाले इस दौरान पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. पूरे इलाके को सुरक्षाकर्मियों ने घेर लिया. आसपास बड़ी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्स और पुलिसकर्मी तैनात रहे.
पुराने लखनऊ में एनआईए की टीम के सदस्य कई गाड़ियों में पहुंचे और जब तक आसपास के लोगों को इसकी भनक लगती तब तक टीम के सदस्य पीएफआई से संबंधित संगठनों से जुड़े लोगों के घर में प्रवेश कर चुके थे और सुरक्षाकर्मियों ने आसपास के इलाके को घेर लिया. इसके अलावा बाराबंकी, बहराइच, सीतापुर और हरदोई में भी इसी तरह गहन छापेमारी की गई और लोगों से कई सवाल पूछे गए.
Also Read: UP News:अखिलेश यादव गेट फांदकर JPNIC में घुसे, जयप्रकाश नारायण की मूर्ति पर किया माल्यार्पण, जानें पूरा मामला
कहा जा रहा है कि सीतापुर जनपद की महमूदाबाद तहसील में एनआईए ने बुधवार को छापेमारी में सवालों की झड़ी लगा दी. की है. एनआईए के अधिकारी पीएफआई से जुड़े नेटवर्क की कड़ियां खंगालने में जुटे हैं. लखनऊ में खदरा में डॉ. ख्वाजा, मास्टर शमीम और मौलाना जमील के घर पर पहुंचकर छापेमारी की गई. इन सभी को हिरासत में ले लिया गया है और मदेयगंज थाने में ले जाकर पूछताछ की गई.
कहा जा रहा है कि बुधवार को जिन ठिकानों पर छापे मारे गए, वे पीएफआई पर प्रतिबंध लगने के बावजूद युवाओं को देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जुटा रहे थे. लखनऊ के अलावा बाराबंकी और बहराइच में पीएफआई के सक्रिय सदस्यों को एनआईए और एटीएस पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है. इसके अलावा अन्य जगहों से भी कई गिरफ्तारी की गई हैं. बताया जा रहा कि इनमें कई अहम इनपुट मिले, जिसके आधार एनआईए ने बुधवार को छापेमारी की. पीएफआई का प्रदेश अध्यक्ष और दिल्ली दंगों में संलिप्त पाये गए सदस्य शामिल हैं. एनआईए समेत तमाम जांच एजेंसियां अब पीएफआई के सहयोगी संगठनों जैसे सीएफआई, महिला विंग और सियासी चेहरे एसडीपीआई की गतिविधियों पर पैनी नजर रखे हैं. बताया जा रहा कि आगे भी इस तरह की रेड जारी रह सकती है.