लखनऊ: पुरानी पेंशन बहाली (Old Pension Scheme) की लड़ रही ऑल टीचर्स इम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (ATEWA) ने उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट के 28 मार्च 2005 के पहले विज्ञापन से चयनित शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों को पुरानी पेंशन के दायरे में लाने का स्वागत किया है. संगठन ने कहा कि ये निर्णय बहुत पहले हो जाना चाहिए था, लेकिन देर में ही सही, एक सही कदम उठाया गया है.
संघर्षों का सुखद परिणाम: विजय बंधु
अटेवा (ATEWA) के प्रदेश अध्यक्ष और एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने योगी सरकार को धन्यवाद दिया और कहा कि ये अटेवा के संघर्षों का सुखद परिणाम है. लोकतंत्र में वोट की चोट का बहुत असर होता है. #VoteforOPS अभियान ने अपना कमाल दिखाया है. उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि अटेवा का साथ देते रहिए आने वाले समय में सभी के लिए पुरानी पेंशन बहाल (Old Pension Scheme) होगी. इसके लिए संघर्ष और तेज किया जाएगा.
एक सपने को साकार होते देख रहा हूं: नीरजपति
महामंत्री डॉ. नीरज पति त्रिपाठी ने अटेवा ने संकल्प लिया था, एक सपना देखा था उसका साकार रूप होते हुए देख रहा हूं. अटेवा की मंजिल सभी को पुरानी पेंशन दिलाने की है. जिसको लेकर संघर्ष जारी रहेगी. डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि अटेवा का संगठन को मजबूत करने के लिए सदस्यता अभियान और संगोष्ठी का कार्यक्रम तय योजना के अनुसार चलेगा.
यूपी कैबिनेट का ये है फैसला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की अध्यक्षता में यूपी कैबिनेट ने मंगलवार 25 जून को फैसला लिया था कि 28 मार्च 2005 से पहले विज्ञापन के आधार सरकारी नौकरी पाने वालों को पुरानी पेंशन स्कीम का विकल्प चुनने का अवसर मिलेगा. इससे लगभग 50 हजार शिक्षक व कर्मचारियों को फायदा मिलतेगा. यूपी सरकार ने 28 मार्च 2005 को ये प्रावधान लागू किया था कि 1 अप्रैल 2005 या उसके बाद कार्यभार ग्रहण करने वाले कर्मचारी न्यू पेंशन स्कीम (NPS) के दायरे में होंगे. लेकिन ऐसे हजारों शिक्षक व कर्मचारी थे, जिनको नियुक्ति 1 अप्रैल के बाद मिली थी, लेकिन नौकरी का विज्ञापन 28 मार्च 2005 से पहले का था. अटेवा ऐसे कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) देने की मांग लंबे समय से कर रहा था. अब कैबिनेट से हरी झंडी मिलने के बाद कर्मचारियों को ओपीएस का लाभ मिल सकेगा.
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