Lucknow : यूपी के रायबरेली में रूह कंपा देने वाली वारदात हुई. लालगंज थाना क्षेत्र के सैंबसी गांव में महज 15 साल के बालक ने 9 साल के बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी. पहले तो उसने अगवा करके बच्चे के नाना से फोन करके 5 लाख की फिरौती मांगी. मगर, उन्होंने पैसा देने से मना कर दिया और पुलिस में शिकायत करने को कहा.
इससे डरकर आरोपी ने बच्चे के हाथ-पैर बांधे. फिर पैर से गला दबाकर मार डाला. फिलहाल, पुलिस ने आरोपी लड़के को हिरासत में लिया है. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर गुरुवार को शव बरामद कर लिया है. बच्चे के हाथ पैर-रस्सी से बंधे थे. चेहरा काले कपड़े से ढका था. गले पर चप्पल रखी हुई थी.
दरअसल, सैंबसी गांव के कृष्ण कुमार मिश्र की बेटी रूपाली की शादी मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के गंज बासौदा गांव में हुई है. रूपाली स्कूल की छुटि्टयां होने पर बेटे आयुष को लेकर एक सप्ताह पहले अपने मायके आई थी. इस दौरान बच्चा बुधवार को सुबह 9.00 बजे अचानक घर से गायब हो गया.
काफी देर तक जब वह दिखाई नहीं दिया, तब परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की. किंतु उसका कोई सुराग नहीं लग पाया. इसके बाद परिजनों ने बालक के अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचित किया और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
वहीं बच्चे के गायब होने की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. बच्चे के लापता होने की सूचना इंटरनेट मीडिया में भी पुलिस द्वारा प्रसारित की गई. उसके बाद जब पुलिस ने गहनता से छानबीन शुरू की और गांव के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि उसे अंतिम बार गांव के एक बालक के साथ देखा गया था.
पुलिस ने बालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पहले पहले वह घटना के प्रति अंजान बना रहा. उसके बाद जब कोतवाल शिव शंकर सिंह ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया.
ASP नवीन कुमार सिंह ने बताया, ”परिजनों ने बताया कि बुधवार सुबह 9.00 बजे वह पड़ोस के बच्चों के साथ खेलने निकला था. लेकिन लौटकर घर नहीं आया. दिनभर खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चला, तो पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने रात में गांव के घरों की तलाशी लेनी शुरू की. पड़ोस के 15 साल के लड़के पर शक जताए जाने पर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया. पहले तो वह कुछ भी बता नहीं रहा था. लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की, तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली.
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया, “बुधवार सुबह आयुष 3 बच्चों के साथ मेरे घर के बाहर खेल रहा था. उसी दौरान उनकी गेंद मेरे घर के बगल में बंद पड़े गंगा शरण के मकान में चली गई थी. बच्चे गेंद उठाने की कोशिश कर रहे थे, तभी मैं पहुंच गया. आयुष को गेंद दिलाने की बात कहकर उसे घर में ले गया. आयुष को मकान के बाथरूम में बंद दिया और बॉल को बाहर फेंक दिया. बॉल मिलते ही बाकी बच्चे खेलने चले गए.
इसके बाद मैंने आयुष के नाना से फोन किया और उसने 5 लाख की फिरौती मांगी. लेकिन मेरी बात सुनकर चिल्लाने लगे और पुलिस में शिकायत करने की कहने लगे. मुझे लगा कि अगर पुलिस तक बात जाएगी, तो मैं फंस जाऊंगा. इसके डर से मैंने उसे मारने की सोची. पहले उसके हाथ पैर बांधे. फिर चेहरे को काले कपड़े से ढका. इसके बाद मैंने उसका गला चप्पल से दबा दिया. आयुष के मरने के बाद शव वहीं छोड़कर चला गया.
ASP ने बताया, ” 15 साल के लड़के ने 5 लाख की फिरौती के लिए घटना को अंजाम दिया है. नाबालिग लड़के को पकड़ लिया गया है. उसके परिवार के लोग फरार हैं, जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है. दोनों परिवारों में पुरानी दुश्मनी है. इसी के चलते आरोपी बच्चे को अगवा कर फिरौती मांगना चाह रहा था. फिलहाल आरोपी को जवुनाइल कोर्ट में पेश किया जाएगा.