लखनऊ: राजा भैया (Raja Bhaiya) की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक राज्य सभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशियों को वोट देगी. रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने सोमवार को इसकी घोषणा कर दी है. जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो विधायक हैं. राजा भैया की इस घोषणा को साथ सपा के तीसरे प्रत्याशी की जीत पर संशय पैदा हो गया है. अपने तीसरे प्रत्याशी के लिए अतिरिक्त वोट की जुगाड़ के लिए समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने राजा भैया से मुलाकात की थी और पार्टी का साथ देने का अनुरोध किया था. इसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी राजा भैया से मुलाकात की थी.
राज्यसभा में वोटों का गणित
राज्य सभा की 10 सीटों के लिए चुनाव में वोट का गणित समझें तो बिना चुनाव के बीजेपी के सात और सपा के तीन सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो जाते. यूपी विधानसभा में एनडीए के 277 वोट हैं. एक सदस्य को चुनने के लिए 37 वोट चाहिए. इस तरह बीजेपी के पास 18 वोट अतिरिक्त हो रहे हैं. आठवां प्रत्याशी जिताने के लिए बीजेपी को 19 अतिरिक्त वोट चाहिए. वर्तमान गणित के अनुसार बीजेपी को रालोद के 9 वोट और राजा भैया के 2 वोट मिलेंगे. इस तरह उसके 29 वोट हो जाएंगे. बचे हुए 8 वोटों के लिए बीजेपी दूसरे दलों में सेंध लगाएगी.
सपा की रणनीति हो रही फेल
बीजेपी के आठवां प्रत्याशी उतारने से समाजवादी पार्टी की गणित गड़बड़ा गई है. समाजवादी पार्टी के पास कुल 108 वोट हैं. कांग्रेस के 2 वोट उसके पास जाएंगे. इस तरह उसके 110 वोट हो जाएंगे. अभी एक वोट की कमी उसको है. पल्लवी पटेल राज्य सभा प्रत्याशियों में पीडीए गणित लागू न होने से नाराज हैं. साथ ही सपा के तीन विधायक जेल में हैं. इस तरह उसे चार वोट और कम पड़ रहे हैं. बीजेपी इसी का फायदा उठाकर अपना आठवां प्रत्याशी राज्य सभा भेजना चाहती है. अब देखना है कि बीजेपी के इस चक्रव्यूह को समाजवादी पार्टी कैसे तोड़ पाती है.