लखनऊ: यूपी राज्यसभा 2024 चुनाव रोचक हो गया है. संजय सेठ के आठवें प्रत्याशी के रूप में नामांकन के बाद अब क्रॉस वोटिंग होगी. संजय सेठ पहले समाजवादी पार्टी के कोषाध्यक्ष थे और उसी के कोटे से राज्यसभा में थे. यूपी में बीजेपी सरकार बनने के बाद वह उन्होंने पाला बदला और सत्ताधारी दल को साथ चले गए थे. अब वो फिर से राज्य सभा जाने का रास्ता क्रॉस वोटिंग के सहारे तलाश रहे हैं. रालोद के बीजेपी के जाने के बाद से ही यूपी में राज्य सभा के चुनाव में कुछ अलग होने का कयास लगाया जा रहा था. इसके बाद अपना दल कमेरावादी पार्टी की पल्लवी पटेल ने भी राज्यसभा में सपा के पक्ष में मतदान करने से इनकार कर दिया है..
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संजय सेठ 2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे. वह उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के सह उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश बैडमिंटन संघ के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव से उनकी नजदीकियां थी. लेकिन यूपी की राजनीति में बीजेपी के सत्तारूढ़ होते ही उनकी प्रतिबद्धता भी बदल गई थी.
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी न आईएएस आलोक रंजन, जय बच्चन और वरिष्ठ समाजवादी नेता रामजी लाल सुमन को राज्य सभा से प्रत्याशी बनाया है. राज्य सभा में एक प्रत्याशी जिताने के लिए कुल 37 वोट चाहिए. सपा के विधानसभा में 108 सदस्य हैं. कांग्रेस के 2 विधायक हैं. उन्हें तीन प्रत्याशी की जीत के लिए 111 वोट चाहिए. जबकि कांग्रेस व सपा के मिलकर 110 विधायक होते हैं. संजय सेठ के आने से एक विधायक को साथ लाना कठिन माना जा रहा है. पल्लवी पटेल के रुख से सपा के लिए और संकट पैदा हो रहा है.
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15 फरवरी-नामांकन की अंतिम तिथि
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16 फरवरी-नामांकन पत्रों की जांच
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20 फरवरी-नाम वापसी की अंतिम तिथि
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वोटिंग -27 फरवरी सुबह 9 बजे शाम 4 बजे
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वोटों की गिनती -27 फरवरी शाम 5 बजे